Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था आज जम्मू से रवाना, राज्यपाल मनोज सिन्हा ने दिखाई हरी झंडी

Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं की प्रतीक्षा की घड़ियां खत्म होने वाली हैं. क्योंकि शिवभक्तों का पहला जत्था आज जम्मू से बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए रवाना हो चुका है.

Update: 2024-06-28 10:04 GMT

Amarnath Yatra 2024: अमरनाथ यात्रा का बेसब्री से इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं की प्रतीक्षा की घड़ियां खत्म होने वाली हैं. क्योंकि शिवभक्तों का पहला जत्था आज जम्मू से बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए रवाना हो चुका है. जम्मू के भगवती नगर स्थित निवास पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पूजा-अर्चना के बाद जत्थे को हरी झंडी दिखाकर जम्मू से रवाना किया. इस तरह से बाबा बर्फानी के दर्शनों के अभिलाषी सभी शिवभक्त थ्री लेयर सिक्टोरिटी के बीच कश्मीर में बेस कैंप पहलगाम व बालटाल के लिए रवाना हुए. अमरनाथ यात्रा के दौरान मौसम की बात करें तो आईएमडी ने 28 जून से 10 जुलाई तक बारिश की उम्मीद जताई है. पूरी संभावना है कि इस हफ्ते अमरनाथ यात्रा के दौरान बारिश जारी रहेगी.

वार्षिक अमरनाथ यात्रा इस साल 29 जून को शुरू होगी और 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के दिन समाप्त होगी. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता वाले श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि पवित्र गुफा मंदिर के लिए इस साल की अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू होगी और 19 अगस्त को समाप्त होगी. यात्रा के लिए अग्रिम पंजीकरण 15 अप्रैल से शुरू होगा. कश्मीर में समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित गुफा मंदिर में एक बर्फ की संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती और बढ़ती रहती है. भक्तों का मानना है कि बर्फ की ये संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है.

यह कश्मीर में एक कठिन तीर्थयात्रा है. हिंदू तीर्थयात्रियों को गुफा मंदिर के अंदर उनके दर्शन की सुविधा के लिए मुस्लिम टट्टूवालों और अन्य लोगों की मदद लेनी पड़ती है. तीर्थयात्री या तो गांदरबल जिले के छोटे बालटाल मार्ग से या दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम के पारंपरिक लंबे मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं.

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