उन्नाव में पूजा हत्याकांड: कैसे हुई दलित युवती की हत्या, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा, अखिलेश की गाड़ी के आगे कूद गई थी पीड़िता की मां
उत्तर प्रदेश का उन्नाव जिला एक बार फिर चर्चा में है और वजह फिर एक बेटी पर हुआ जुल्म है। पूर्व सपा राज्यमंत्री स्व. फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह ने साथियों संग दलित युवती की हत्या की तो पूरा महकमा हिल गया। पोस्टमार्टम हाउस पर शुक्रवार की सुबह पीड़ित परिवार के लोगों ने हंगामा किया और सड़क पर जाम लगा दिया। युवती के शव का आज उन्नाव मोर्चरी में पोस्टमार्टम हुआ है। पोस्टमार्टम में गला दबाकर हत्या होना साथ ही गले की हड्डी, और सिर की हड्डी के चोट गम्भीर चोट है और दम घुटने से मौत होना पाया गया है। पूरे पीएम की वीडियोग्राफी भी कराई गई।
पोस्टमार्टम हाउस में परिजनों ने हंगामा करते हुए मार्ग जाम कर दिया। 4 घंटे चले बवाल के बाद समझौता शव को अंतिम संस्कार के लिए रवाना कर दिया। इसके बाद सियासी राजनीति तेज हो गई है। स्थानीय विधायक के साथ अन्य पार्टियों उम्मीदवार पहुंच गए। मायावती ने इस पर ट्वीट करके गहरा दुःख व्यक्त किया है।
उन्नाव सदर कोतवाली क्षेत्र के काशीराम में रहने वाली युवती पूजा का पूर्व सपा राज्य मंत्री के बेटे रजोल सिंह ने अपहरण कर लिया था। इसके बाद मां ने पुलिस से गुहार लगाई पुलिस में हल्की धाराम मुकदमा दर्ज किया और ठंडे बस्ते में डाल दिया। मां चिल्लाती रही कि उसके बेटी की हत्या कर दी गई है लेकिन पुलिस में नहीं सुनी, आखिरकार 63 दिन बाद स्वाट और सर्विलांस की टीम ने शव को बरामद किया।
परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। बेटे को सरकारी नौकरी, पक्की छत, 25 लाख रुपए व दोषियों को फांसी की सजा की मांग कर पिता व मां ने लिखित मांग पत्र सिटी मजिस्ट्रेट व एएसपी शशि शेखर सिंह को सौंपा।। उन्होंने लिखित आश्वासन देने की मांग की। अधिकारियों के पैर पीछे करने पर परिजन दोबारा पोस्टमार्टम हाउस में ही बैठ गए और शव का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। उहापोह की स्थित बनी हुई है।
अखिलेश की गाड़ी के आगे कूद गई थी पीड़िता की मां
सपा सरकार में पूर्व राज्यमंत्री रहे स्व.फतेहबहादुर सिंह के बेटे रजोल सिंह पर दो महीने पहले कांशीराम कॉलोनी की महिला रीता ने बेटी पूजा को गायब करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की पर कोई कार्रवाई नहीं की। इस पर रीता ने 24 जनवरी को लखनऊ में अखिलेश यादव के काफिले के आगे कूदकर जान देने की कोशशि की। इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा तो पुलिस ने आनन-फानन रजोल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। 04 फरवरी को पुलिस ने रजोल को पीसीआर रिमांड पर लेकर आठ घंटे पूछताछ की तो उसके साथी हरदोई थाना मुबारकपुर के नवा गांव निवासी साथी सूरज के बारे में पता चला। इसके बाद पुलिस ने आरोपित के आश्रम के पीछे प्लॉट स्थित सेप्टिक टैंक के गड्ढे की खुदाई कराई तो होश उड़ गए। गड्ढे से युवती का शव बरामद हुआ।