Unnao Sadar seat: उन्नाव से समाजवादी पार्टी नही उतारेगी प्रत्याशी, जानिए ऐसा क्यों?
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने 125 उम्मीदवारों की पहली सूची गुरुवार को जारी कर दी है। इसमें उन्नाव सामूहिक बलात्कार मामले की पीड़िता की मां समेत 50 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। वहीं, शुक्रवार को समाजवादी पार्टी ने ऐलान करते हुए कहा कि वह उन्नाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी, बल्कि सपा आशा सिंह का समर्थन करेगी।
इस तरह समाजवादी पार्टी अपनी छवि ऐसी पार्टी के रूप में पुख्ता करना चाहती है, जो समाज के दलित दमित शोषित वर्ग के समर्थन में खड़ी है। हाल ही में बीजेपी के कई ओबीसी विधायक सपा से जुड़े हैं। सपा सोशल इंजीनियरिंग का यह मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहती है। इस पूरे मामले में आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर भी बीजेपी का विधायक रह चुका है। इस लिहाज से इसका एंटी बीजेपी कनेक्शन भी है।
टिकट मिलने के बाद आशा सिंह ने पार्टी और प्रियंका गांधी का आभार प्रकट किया। उन्होंने ट्वीट किया, 'मेरे संघर्ष में और मेरी लड़ाई में मेरा साथ देने के लिए कांग्रेस पार्टी की आभारी हूं। मुझे उन्नाव सदर से कांग्रेस प्रत्याशी घोषित करने के लिए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka gandhi) जी का धन्यवाद।'