गोरखपुर में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना में 404 जोड़ों ने थामा एक दूसरे का हाथ
393 बेटियों ने किया विवाह तो 14 बेटियों ने निकाह किया कबूल
गोरखपुर में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का भव्य समारोह आयोजित हुआ। ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ स्मृति पार्क में आयोजित इस समारोह में 404 बेटियों ने एक साथ गृहस्थ आश्रम में प्रवेश किया। 393 बेटियों का कन्यादान, अग्नि के समक्ष सप्तपदी और सिंदूरदान आयोजित किया गया। जबकि 11 बेटियों का मौलाना ने मुस्लिम समाज की परम्पराओं के मुताबिक निकाह कराया।
आशीर्वाद देने के लिए जनप्रतिनिधि और अधिकारी थे मौजूद
इस सामूहिक वैवाहिक समारोह में आशीर्वाद देने के लिए जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी मेजबानी की भूमिका में नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद दिए। वर-वधु के साथ दोनों पक्ष से आमंत्रित लोगों का सहभोज भी आयोजित हुआ।
*ब्राह्मणों ने शादी तो मौलाना ने कराया निकाह*
वैदिक मंत्रोच्चार के बीच महराजगंज से आए 6 ब्राह्मण पुरोहितो ने सामूहिक रूप से सनातन धर्म के मुताबिक वैवाहिक अनुष्ठान कराया। इस मांगलिक आयोजन में सामान्य वर्ग की चार बेटिया, पिछली जाति की 124, अनुसूचित जाति की 288 और अल्पसंख्यम मुस्लिम वर्ग की 16 बेटियों का विवाह सम्पन्न हुआ। कुछ परिवार यहां वैवाहिक गीत गाते हुए कार्यक्रम स्थल पर आए तो कुछ कार्यक्रम स्थल से ही अपनी बहू को विदा कर गांव ले गए।
वहीं, निकाह की प्रक्रिया पूर्ण कराने के लिए मौलाना रियाजुद्दीन, मुफ्ती अजहर शम्सी, मुफ्ती मेराज अहमद मौजूद रहे। उन्होंने सभी का निकाह सम्पन्न कराने के बाद निकाहनामा भी तत्काल तैयार किया।
*सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी हुआ आयोजन*
लोक गायक प्रमोद कुमार यादव एवं उनकी संस्था दर्पण एंड पार्टी के कलाकारों ने बिरहा और पारम्परिक लोक गायन से सामूहिक विवाह समारोह के माहौल को उल्लास और उत्साह से भर दिया। घराती और बारातियों ने लोक गायन का आनंद उठाया। उधर वैवाहिक समारोह का द्रोण फोटोग्राफी भी कराई गई। स्टील और वीडियो फोटोग्राफी भी कराई गई। वर और बधु पक्ष के लोगों ने भी कार्यक्रम के फोटोग्राफ बनाए। सेल्फी प्वाइंट पर सेल्फी भी ली।
*2000 लोगों ने किया सहभोज*
कार्यक्रम स्थल पर अतिथियों, प्रशासनिक अधिकारियों और घराती एवं बराती ने वर और बधु संग सहभोज का आनंद उठाया। कार्यक्रम में 2000 से अधिक की संख्या में लोग पहुंचे थे। घराती और बराती की गाड़ियों की पार्किंग योगीराज बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह एवं सांस्कृतिक केंद्र के पास की गई थी। ताकि कार्यक्रम स्थल पर कोई असुविधा न हो। काफी संख्या में महिला और पुरुष पुलिसकर्मी भी आयोजन स्थल पर तैनात रहे ताकि कोई दिक्कत न हो।