VIDEO: सवाल पूछने पर भिड़े अखिलेश यादव और विधानसभा अध्यक्ष! देखिए- सतीश महाना पर क्यों भड़के सपा अध्यक्ष?

अखिलेश ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अपनी बात शुरू कर दी। इस पर महाना ने उनसे नियम के बारे में पूछा, जिसके बाद बहस होने लगी।

Update: 2022-09-20 08:03 GMT

उत्तर प्रदेश में विधानसभा (UP Assembly) के मॉनसून सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामे की स्थिति बन गई। नियम 311 को लेकर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना (Satish Mahana) और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) के बीच बहस हो गई। अखिलेश ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही अपनी बात शुरू कर दी। इस पर महाना ने उनसे नियम के बारे में पूछा, जिसके बाद बहस होने लगी।

विधानसभा की कार्यवाही के दूसरे दिन मंगलवार को समाजवादी पार्टी की तरफ से विशेषाधिकार हनन की नोटिस देने का फैसला किया गया। आज की मीटिंग में विशेषाधिकार हनन के नोटिस देने का मामला विधायकों के साथ तय हुआ था। इसको लेकर अखिलेश ने अपनी बात शुरू की। लेकिन विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उन्हें टोक दिया। महाना ने पूछा कि जिस नियम 311 की बात आप कर रहे हैं, वो क्या कहता है।

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स्पीकर महाना ने अखिलेश की तरफ मुखातिब होते हुए पूछा कि नेता प्रतिपक्ष आप नियम 311 के तहत बात कर रहे हैं। यह नियम क्या कहता है, आप बताइए। अखिलेश बोले- 'अगर उत्तर प्रदेश में जनता के हित में सवाल उठता है तो कार्यवाही रोककर चर्चा होनी चाहिए।' महाना नहीं माने और पूछा कि आप पहले 311 को पढ़कर बताइए। अखिलेश बोले कि अगर विपक्ष को नहीं पता है। हम लोग अगर नहीं समझ पा रहे हैं तो स्पीकर महोदय, आप ही हमें समझा दीजिए।

इसके बाद सपा विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय ने स्पीकर महाना से कहा, 'सारे नियमों को निलंबित करके हमारी बात को सुना जाए। यही नियम 311 है।' इस पर महाना ने कहा कि कौन से नियम निलंबित किए जाएं, तो पांडेय ने जवाब में कहा कि सारे नियम। महाना ने फिर सवाल दागा- फिर तो सारे नियमों को निलंबित कर देना चाहिए। नियम 51, नियम 56, नियम 301 सभी निलंबित कर दिए जाएं।

दरअसल, कल विधानसभा सत्र के पहले दिन अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ पार्टी दफ्तर से लेकर विधानसभा तक पैदल मार्च शुरू किया। इस पर पुलिस ने पहले से जानकारी नहीं देने और तय रूट का पालन नहीं करने की बात करते हुए जुलूस को रोक दिया। अखिलेश जमीन पर बैठ गए और फिर वापस लौट गए।

इसके बाद अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक खत्म हुई। बैठक के बाद अखिलेश आवास के लिए रवाना हो गए। समाजवादी पार्टी कार्यालय में करीब आधे घंटे चली बैठक में अहम निर्णय लिए गए। नियम 311 के तहत सपा विधायक विशेषाधिकार हनन की नोटिस देने की बात तय की गई।

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