उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में रिस्तो के कत्ल की एक सनसनी खेज मामला सामने आया।पुलिस ने खुलासा करते हुए पुलिस ने सभी हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है। छोटे भाई की हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए बड़े भाई ने पहले हत्या की साजिश रची और फिर साथियों के साथ मिलकर अपने भाई की हत्या कर डाली।
पुलिसिया जांच में हत्या की वजह भाई से जमीन का विवाद और एक ही महिला से दोनो भाइयों का संबंध का होना सामने आया है। एक सप्ताह पूर्व गला काटकर हत्या करने के बाद शव को गांव के बाहर फेंक दिया गया था। पुलिस को गुमराह करने के लिए हत्यारों ने दो लोगो के विरुद्ध नामजद तहरीर देकर मुकदमा भी दर्ज करा दिया था। मुकदमे के आधार पर पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार भी कर लिया था। लेकिन नामजद मुकदमा दर्ज होने के बाद भी जब पुलिस ने इलेक्ट्रानिक और वैज्ञानिक विधि से जांच की तो पूरा मामला खुल गया।
दरअसल अंबेडकरनगर जिले के हंसवर थाना क्षेत्र के हरसंभार गांव के आस एक सप्ताह पूर्व एक युवक का खून से लथपथ शव मिला था। शव की शिनाख्त संदीप यादव निवासी नरकटा वैरागीपुर के रूप में हुई थी। मृतक के बड़े भाई दिलीप यादव ने दो लोगो के विरुद्ध नामजद तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करा दिया था। पुलिस ने दो दिन बाद एक नामजद आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लेकिन पुलिस की जांच में आरोपियों का तार मृतक से जुड़ता नही मिला। हत्या की उलझती स्टोरी को देख पुलिस ने सर्विलांस और वैज्ञानिक विधि का सहारा लिया तो मामला चौकाने वाला सामने आया।पुलिसिया जांच में मुकदमा दर्ज कराने वाला मृतक का बड़ा भाई ही घटना के पीछे का मास्टर माइंड निकला। आनन फानन में पुलिस ने आरोपी भाई को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की तो भाई ने घटना को स्वीकार कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी भाई ने बताया कि उसका छोटे भाई संदीप से जमीन को लेकर विवाद था और साथ ही एक महिला से दोनो के संबंध को लेकर भी झगड़ा था। इसी को लेकर उसने हत्या का प्लान बनाया और इसके बाद उसने अपने दो साथियों को पैसे का लालच देकर प्लान में शामिल किया। 19/20 जुलाई की रात को संदीप को बुलाकर हर सम्भार स्कूल के पास लेकर गया और वही पर अपने साथियों के साथ मिलकर चाकू से गला काटकर हत्या कर दी और शव वही पर फेक कर सभी घर चले आए।
सुबह जब हत्या की सूचना फैली तो हत्यारा भाई दिलीप भी घटना स्थल पर पहुंचा। और दिलीप ने पुलिस को गुमराह करने के लिए दो लोगो के विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज करा दिया। नामजद अभियुक्तों में एक से हत्यारे दिलीप का विवाद चल रहा था वही से झगड़ा हुआ था। पुलिस ने बताया की इलेक्ट्रानिक और वैज्ञानिक विधि से जांच के बाद पूरा मामला सामने आया।और आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।