21वीं सदी का ऐसा गाँव जहाँ, पहली बार उच्च शिक्षा प्राप्त कर रही हैं बेटियां..
शिक्षा के मामले में शेदपुर इम्मा बहुत पिछड़ा हुआ था पहले केवल एक ही व्यक्ति पूर्व ग्राम प्रधान हाजी जमील अहमद पढ़े लिखे थे ।
अमरोहा : कमाल के एक्टर और डायरेक्टर कमाल अमरोही, उर्दू शायर जॉन एलिया अमरोहा का परिचय हैं। थोड़ी डिफरेंट भाषा के लिये पहचाना जाने जाना वाला गांव शेदपुर इम्मा में शिक्षा की बयार बह निकली है, अब गाँव की बेटियां उच्च शिक्षा हासिल कर रही है ।
आइये अमरोहा ब्लाक के गाँव शेदपुर इम्मा की बात करते है। इस गाँव ने विकास की रफ्तार तेजी से जितनी पकड़ी है शायद ही किसी गाँव ने पकड़ी हो ।
शिक्षा के मामले में शेदपुर इम्मा बहुत पिछड़ा हुआ था पहले केवल एक ही व्यक्ति पूर्व ग्राम प्रधान हाजी जमील अहमद पढ़े लिखे थे । हाजी जमील अहमद खां ने 1962 में साइंस साइड से इंटर किया था । शेदपुर गाँव मे एक ही समाज के लोग रहते है जिन्हें शेख सिद्दीकी कहा जाता है । जो सामान्य जाति के अंतर्गत आते है ।
गाँव के लोग पहले लड़कियों को पढ़ाना अच्छा नही समझते थे । क्योकि वो खुद भी पढ़े लिखे नही थे । अब इस गाँव मे कई डॉक्टर है डॉ शौकीन खान शेदपुर के ही रहने वाले है जो अमरोहा के सरकारी अस्पताल में अपनी सेवाएं दे रहे है।
अब शेदपुर गाँव की लड़कियां भी उच्च शिक्षा हासिल कर रही है । गाँव के सबसे पहले इकलौते पढ़े लिखे पूर्व प्रधान हाजी जमील अहमद खां की पोती ने एम एस सी की है दूसरी पोती बुशरा नाज ने बी एड चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सटी मेरठ से किया है ।सरकारी टीचर्स बनने की इच्छुक बुशरा नाज कहती है कि मेरी पढ़ाई में मेरे दादा जी एव मेरे मम्मी पापा ने मेरा मार्ग दर्शन किया है अपने परिजनों को ही मैं अपना आदर्श मानती हूँ जिन्होंने मुझे इस काबिल बनाया ।