औरैया सड़क हादसे में प्रवासी मजदूरों की मौत पर शिवपाल ने सरकार से पूछा ये बड़ा सवाल?
आज इन गरीब प्रवासियों के हिस्से में लूटपाट, पुलिस की पिटाई, फटकार, अपमान, भूख व दुर्घटनाएं हैं और मांग सिर्फ यह है कि घर पहुंचा दो! इतनी असंवेदनशीलता क्यों?”
कानपुर. कोरोना (COVID-19) महामारी के चलते देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) है. इस बीच मजदूरों का पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है. पलायन कर रहे मजदूर सड़क हादसों का शिकार हो रहे हैं. औरैया (Auraiya) में अहले सुबह भीषण हादसा हो गया, जिसमें 24 मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. मजदूरों की मौत को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (PSP Lohia) के नेता शिवपाल सिंह यादव (Shivpal Singh Yadav) ने दुर्भाग्यपूर्ण और हृदयविदारक बताया है. मजदूरों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने ट्वीट कर सरकार से सवाल किया है.
शिवपाल यादव ने ट्वीट किया है,"यूपी के औरैया में हुए भीषण सड़क हादसे में 24 प्रवासी मजदूरों की मृत्यु दुखद, दुर्भाग्यपूर्ण व हृदय विदारक है. श्रद्धांजलि! आज इन गरीब प्रवासियों के हिस्से में लूटपाट, पुलिस की पिटाई, फटकार, अपमान, भूख व दुर्घटनाएं हैं और मांग सिर्फ यह है कि घर पहुंचा दो! इतनी असंवेदनशीलता क्यों?"
इससे पहले भी शिवपाल यादव ने सवाल उठाते हुए सरकार से पूछा था कि मजदूरों के लिए वंदे भारत मिशन क्यों नहीं?
अखिलेश ने इसे हत्या करार दिया
बता दें इस एक्सीडेंट को लेकर सियासत तेज हो गई है. इससे पहले सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी योगी सरकार पर हमला किया है. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सड़क हादसे पर दुख जाहिर करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि सब कुछ जानकर, सब कुछ देखकर भी, मौन धारण करने वाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं. ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं.
पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने लिखा, 'यूपी के औरैया में सड़क हादसे में 24 से भी अधिक गरीब प्रवासी मजदूरों की मौत पर अवर्णनीय दुख. घायलों के लिए दुआएं. सब कुछ जानकर, सब कुछ देखकर भी, मौन धारण करनेवाले हृदयहीन लोग और उनके समर्थक देखें कब तक इस उपेक्षा को उचित ठहराते हैं. ऐसे हादसे मृत्यु नहीं हत्या हैं.'