अनुदेशक शिक्षामित्र की बदहाल स्थिति, निः शुल्क बना रहे हैं आधार कार्ड
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा बनाए जा रहे बच्चों के आधार कार्ड का काम निः शुल्क अनुदेशक और शिक्षामित्र कर रहे हैं। जिसके लिए उन्हें कोई पैसा तक नहीं दिया जा रहा।
मुफलिशी में जीवन जी रहे उत्तर प्रदेश के अनुदेशक,शिक्षामित्र को वह सब कुछ करना पड़ रहा है जो वो नहीं करना चाहते थे।
आप सुने होंगे जीवन चलाने के लिए अभी कोई अनुदेशक रिक्शा चला रहा है तो कोई मनरेगा में मजदूरी कर रहा है तो कोई ग्राहक सेवा केंद्र खोला है तो कोई पकौड़े का ठेला लगा रहा है।
निः शुल्क आधार कार्ड बना रहे हैं
अब अनुदेशकों और शिक्षामित्रों से बेसिक शिक्षा विभाग विद्यालय के बच्चों का आधार कार्ड बनवा रहा है और वह भी निः शुल्क। आप सुने होंगे की कभी इन लोगों से पोलियो ड्राप पिलवाया जाता है तो कभी इनको बीएलओ बना दिया जाता है। कोई भी काम ऐसा बचा नहीं है जो अनुदेशकों से नहीं कराया जाता है। हालांकि आधार बनाना का यह काम ऐच्छिक है । फिर भी यदि कोई अनुदेशक या शिक्षामित्र यह काम कर रहा है तो उसे पारिश्रमिक तो मिलना ही चाहिए।