मशरूम की खेती लगाकर अपनी आमदनी को बढ़ाने वाले किसान शामिल हो इस ट्रेनिंग में

. लेकिन मौजूद होने के कारण रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखता है इसमें बहुमूल्य फोलिक एसिड की भी उपलब्धता होती है.

Update: 2020-11-07 10:09 GMT

 भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने अपने निज आवास रामनगर में किसानों को मशरूम की खेती करके आमदनी बढ़ाने के लिए ट्रेनिग प्रोग्राम की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कल दिनांक 8/11 /2020 दिन रविवार से 10 दिवसीय ओयस्टर मशरूम की खेती के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू किया जा रहा है. स्थान ग्राम देवली विकासखंड रामनगर नियर पराग दूध डेयरी बाराबंकी क्षेत्र के सम्मानित कृषक बंधु से अनुरोध है कि जो भी लोग मशरूम की खेती लगाकर अपनी आमदनी को बढ़ाना चाहते हैं.

वह लोग इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में अवश्य पधारें और कैसे मशरूम की खेती की जाती है इसकी विधिवत जानकारी प्राप्त करें. मशरूम की खेती लगाने के लिए 10 ×12 का कमरा जिसमें 100 बैग मशरूम के लगाए जा सकते हैं जो कि 27 दिनों के बाद मशरूम की पहली कटान शुरू हो जाएगी और एक बार लगाने पर लगातार सात कटाने होंगी. प्रत्येक कटान 1 कुंटल 50 किलो के लगभग होगी टोटल फसल की समयावधि 70 दिन की होगी 100 बैग लगाने में मात्र किसान का रुपया 7000 व्यय होगा और 10 कुंतल से अधिक संपूर्ण फसल तैयार होगी मशरूम की वर्तमान में बाजारू कीमत ₹200 प्रति किलो के हिसाब से है कहने का तात्पर्य है.

किसान भाइयों 7000 की लागत में 70 दिनों के अंदर ₹200000 की आमदनी आप लोग कर सकते हैं मशरूम से क्या-क्या फायदे होते हैं इस पर भी हम विस्तृत आपको जानकारी साझा करना चाहते हैं ( 1 ) ब्लड प्रेशर जैसी बीमारी को नियंत्रित करता है जो लोग ब्लड प्रेशर से पीड़ित हैं उन्हें मशरूम जरूर खाना चाहिए ( दो ) मशरूम में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा होने के कारण कब्ज अपच अतिअम्लीयता सहित पेट के विभिन्न विकारों को दूर करने में मदद करता है. साथ ही शरीर में कोलेस्ट्रॉल एवं शर्करा के अवशोषण को कम करता है ( 3) मशरूम वह सब कुछ देता है जो डायबिटीज रोगी को चाहिए इसमें विटामिंस मिनिरल्स और फाइबर होता है इसमें फैट और शुगर नहीं होता है यह शरीर में इंसुलिन का निर्माण करता है (4 ) इस में लीन प्रोटीन होता है जो वजन घटाने में कारगर होता है मोटापा कम करने के लिए मशरूम खाना लाभप्रद है ( 5 )इसमें सोडियम साल्ट नहीं पाया जाता है इस कारण मोटापे गुर्दे तथा हृदयाघात रोगियों के लिए आदर्श आहार माना जाता है हृदय रोगियों के लिए बसा एवं सोडियम साल्ट सबसे हानिकारक पदार्थ होते हैं ( 6) मशरूम में लौह तत्व यूं तो कम मात्रा में पाया जाता है. लेकिन मौजूद होने के कारण रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखता है इसमें बहुमूल्य फोलिक एसिड की भी उपलब्धता होती है.

हमारा उद्देश्य है किसान की आमदनी को दुगनी करना साथ मे क्षेत्रीय सहयोगी नागेंद्र प्रताप सिंह एवं विवेक सिंह मोनू भास्कर डी के शुक्ल जी मौजूद रहे व ट्रेनिक देने के लिए कलकत्ता से ओमकर बरनवाल जी उपस्थित रहेंगे

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