तीन तलाक का शिकार पीड़िता ने दर्ज कराया मुकदमा,पति फरार
पुलिस ने एक माह बाद दर्ज किया मामला, घर पर पीड़िता का कब्जा
बाराबंकी - एक माह पूर्व तीन तलाक का शिकार हुई विवाहिता को आखिरकार पुलिस की चौखट पर इंसाफ मिल ही गया । दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ पीड़िता बार बार थाने आकर फरियाद कर रही थी। सोमवार देर शाम पुलिस ने दहेज के लिए तीन तलाक मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया । ये मामला थाना जाहाँगीरबाद इलाके के फैजुल्लागंज का है।
एक माह बाद दर्ज हुआ मुकदमा
पीड़िता नाजरा ख़ातून के मुताबिक सितंबर माह की 21 तारीख को दहेज के लिए उसके पति अब्दुल कय्यूम ने उसे बुरी तरह पीट कर घायल जार दिया और तीन तलाक बोल कर उसे घर से बाहर धकेल दिया । विवाहिता के मुताबिक गम्भीर चोट के साथ थाने जाकर तहरीर दी लेकिन पुलिस ने न मामला दर्ज किया न इलाज कराया । विवाहिता का आरोप है कि पुलिस ने उसे फटकार कर घर जाने की सलाह दी ।
लेकिन हिम्मत नही हारी पीड़िता
बकौल पीड़िता एक माह के दौरान उसके पति ने लोगो से खूब धमकाया । इससे मायके वाले डर गए माता पिता भाई सब सब्र करने की सलाह देने लगे । लेकिन उसने अंतरात्मा की सुनी और अपने साथ हुए बर्ताव नाइंसाफी की निडर होकर दोनो मासूम बच्चे आटिफा 4 साल अब्दुला 2 साल को साथ लेकर पैरवी की बार बार पुलिस दौड़ाती रही । सोमवार को छठी बार थाने पहुची पीड़िता थानाध्यक्ष से साफ कह दिया कि हमारा मामला अगर आज नही दर्ज होगा तो कल बच्चो के साथ पुलिस कप्तान आवास पर धरने पर बैठ जाऊंगी । इसके बाद खामोश पुलिस को फुर्ती आयी और एक माह पुरानी चोटों की डॉक्टरी करा कर मुकदमा दर्ज किया ।
बेसहारा पीड़िता को मिला घर
विवाहिता ने बताया कि फैजुल्लागंज में उसका घर है जिस पर उसका पति जबरन काबिज है। पुलिस ने मौके पर पहुच कर ताला तोड़वा कर महिला को उसका खोया आसियाना वापस दिलाया । इस बाबत थानाध्यक्ष का कहना है कि तलाक संबंधी कोई मामला उनके संज्ञान में नही है न मुकदमा दर्ज है। जब हल्का दरोगा नवरंग सोनकर का कहना है कि महिला की डॉक्टरी करा कर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है। आरोपी पति फरार है । तलाश की जा रही है।