बस्ती के।सोनहा पुलिस ने नकली नोट छापकर बाजार में चलाने वाले दो शातिरों को गिरफ्तार किया है। इनमें से एक स्नातक का छात्र है। दोनों ने इंटरनेट की मदद से नोट छापने का तरीका सीखा। स्कैनर व प्रिंटर की मदद से पहले 500 और 200 रुपये के दो हजार मूल्य के सात नोट छापे। सातों नोट बाजार में चल गए तो 90 और नोट छापे। वे इन नोटों को बाजार में खपाने की तैयारी में थे। शनिवार की रात पुलिस ने 52 हजार 400 रुपये के नकली नोटों के साथ दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने रविवार को खुलासा किया कि पकड़ा गया आरोपी आभास कुमार उर्फ सर्वेन्द्र निवासी परसाकुतुब थाना सोनहा स्नातक का छात्र है। दूसरा आरोपी जितेन्द्र कुमार सोनी पुत्र रामदुलारे निवासी ग्राम खैरा थाना सोनहा सर्राफा की दुकान चलाता है। दोनों ने मिलकर नकली नोट छापने की योजना बनाई। इंटरनेट के जरिए नोट छापने का तरीका सीखा। जितेन्द्र के घर में लैपटॉप, प्रिंटर व स्कैनर की मदद से अच्छी क्वालिटी के पन्ने पर पहली बार पांच सौ के दो नोट व दो सौ के पांच नोट छापे। बाजार में जब आसानी से नोट चल गए तो और नोट छापने में जुट गए।
एसपी ने बताया कि दोनों ने मिलकर 52 हजार 400 रुपये के दो सौ व पांच सौ के कुल 90 नोट छापे थे। शनिवार की रात नकली नोटों को चलाने की फिराक में दोनों बाइक से बाजार की तरफ जा रहे थे। नरखोरिया के पास थाना प्रभारी रामकृष्ण मिश्रा की टीम ने दोनों को संदेह के आधार पर रोका। तलाशी में कब्जे से नकली नोट बरामद होने के बाद पूछताछ की तो नकली नोट छापने का खुलासा हुआ।