बोलेरो प्रकरण में बीईओ डुमरियागंज कुंवर विक्रम पांडेय हुए नामजद
बीएसए ने कहा अगर बीईओ दोषी पाए गए तो होगी निलंबन की कार्यवाही
डुमरियागंज पुलिस की विवेचना में खंड शिक्षा अधिकारी डुमरियागंज कुंवर विक्रम पांडेय फंस गए हैं, पुलिस ने नाम बढ़ाते हुए रिपोर्ट पुलिस अधीक्षक को भेजा दिया है और कार्रवाई की संस्तुति के लिए डीएम को प्रेषित कर दिया है। हालांकि वह अभी भी डुमरियागंज में ही बीईओ के पद पर तैनात हैं। आइए जानते हैं पूरे प्रकरण के विषय में संक्षेप में।
ताबड़तोड़ स्कूलों का निरीक्षण कर सुर्खियों में आए थे बीईओ विक्रम पांडेय
डुमरियागंज खंड शिक्षा अधिकारी का कार्यभार ग्रहण करते ही ताबड़तोड़ निरीक्षण कर चर्चा में आए थे विक्रम पांडेय।अपने कड़े स्वभाव के कारण चर्चा में रहने वाले विक्रम पांडेय बोलेरो प्रकरण की वजह से चर्चा में बने हुए हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
सात जून को बाइक की नंबर प्लेट वाले बोलेरो मामले को लेकर चर्चा में आए विक्रम पांडेय। पुलिस ने जांच के वक्त बोलेरो पर जो नंबर प्लेट लगी थी वह बाइक की थी। अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की गई। जांच में सीसी कैमरे की फुटेज से यह स्पष्ट हुआ कि उस बोलेरो से बीईओ डुमरियागंज ही चलते थे। मुकदमे में जांच अधिकारी ने उनका नाम शामिल करते हुए कार्रवाई की संस्तुति के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी है।
इस संबंध में बीईओ से पूछने पर उन्होंने अनभिज्ञता जताई।
इस प्रकरण जानिए में अधिकारियों ने क्या कहा
बीएसए ने कहा कि:
यह सभी जानते हैं कि उस गाड़ी से कौन चलता था। पुलिस जांच कर रही है, क्योंकि यह आपराधिक केस है। अगर जांच में बीईओ दोषी पाए गये तो उन्हें निलंबित किया जाएगा।
क्षेत्राधिकारी डुमरियागंज ने कहा कि:
विवेचना के दौरान मिले विभिन्न साक्ष्यों से यह स्पष्ट हुआ कि बाइक की नंबर प्लेट वाली बोलेरो डुमरियागंज के बीईओ की है। उनका नाम मुकदमें में बढ़ाकर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी गई है। बोलेरो बस्ती की एक एजेंसी से खरीदी गई थी, लेकिन उसका रजिस्ट्रेशन नहीं कराया गया।