सैयद ज़फर इसलाम का यूपी से सांसद बनना अतिमहत्वपूर्ण
सैयद ज़फ़र इसलाम के सांसद बनने का सकारात्मक पहलू ये भी है कि मुसलमानों में योगी सरकार को लेकर बनी सख्त छवि भी बदलेगी.
माजिद अली खान (राजनीतिक संपादक)
पूर्व सांसद अमर सिंह के निधन पर खाली हुई राज्यसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने वरिष्ठ भाजपा नेता सैयद ज़फ़र इसलाम को राज्यसभा में भेजकर बहुत बड़ा और प्रभावी कदम उठाया है. योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद कुछ मुस्लिम नेताओं के जेल जाने तथा सीएए विरोधी प्रदर्शनों के दौरान जिस निरंकुशता के साथ योगी सरकार और प्रशासन ने कदम उठाए थे उससे मुस्लिम समाज में यह संदेश जा रहा था कि योगी आदित्यनाथ विशेष रूप से मुस्लिम समुदाय को निशाना बना रही है.
योगी सरकार में एक बड़ी दिक्कत यह थी कि मुस्लिम समाज की ओर से सरकार तक बात पहुंचाने के लिए बहुत दमदार नेता भाजपा के पास नहीं था. अनेक मामलों में ऐसा ही हुआ कि मुस्लिम समुदाय और सरकार के बीच संवाद की कमी रही. हालंकि प्रदेश में भाजपा के पास मुस्लिम चेहरे रहे हैं लेकिन वो बहुत ज्यादा कद्दावर नहीं थे जो योगी आदित्यनाथ जैसे सख्त रुख मुख्यमंत्री के सामने खड़े हो सकें. हालांकि केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी भी उत्तर प्रदेश से संबंध रखते हैं लेकिन वो भी केंद्रीय मामलों में जयादा रुचि रखते हैं.
सैयद ज़फ़र इसलाम के सांसद बनने का सकारात्मक पहलू ये भी है कि मुसलमानों में योगी सरकार को लेकर बनी सख्त छवि भी बदलेगी. मुस्लिम समुदाय में यह संदेश अवश्य जाएगा कि योगी सरकार मुसलमानों से दुश्मनी नहीं रखती. उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक मुस्लिम जनसंख्या वाला राज्य है. जैसे कहा जा रहा है कि आने वाले समय में केंद्र सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून और समान आचार संहिता कानून ला सकती है उस समय भी सरकार और समुदाय में सीएए की भांति टकराव की आशंका बढ़ेगी.
उस सूरत में सैयद ज़फ़र इसलाम की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाएगी जब भाजपा का कद्दावर नेता अपने मुस्लिम समाज की आशंकाएं अपने नेतृत्व पहुंचाने का ज़रिया बन सकते हैं तथा सरकार का संदेश मुस्लिम समुदाय तक पहुंचा सकेंगे. उत्तर प्रदेश के मुस्लिम समुदाय को सैयद ज़फ़र इसलाम के सांसद बनने को सकारात्मक रूप में लेना चाहिए. भाजपा नेतृत्व ने एक मुस्लिम को राज्यसभा में भेजकर ये संदेश देने की कोशिश की है कि सरकार या भाजपा मुसलमानों के खिलाफ नहीं है. अब देखना है कि सैयद ज़फ़र इसलाम उत्तर प्रदेश में मुस्लिम समुदाय को कितना विशवास में ले पाते हैं और मुस्लिम समुदाय में भाजपा की नकारात्मक छवि में कितना सुधार होता है.