चंदौली में कांशीराम आवास आवंटन घोटाले में एसडीएम सुनील कुमार और ईओ राजेंद्र प्रसाद को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अब एक बड़ी खबर यूपी के जनपद चंदौली से या रही है, जहां चंदौली में कांशीराम आवास आवंटन घोटाले में भारी घोटाला उजागर हुआ है। इस घोटाले में पुलिस ने एसडीएम सुनील कुमार और ईओ राजेंद्र प्रसाद को गिरफ्तार किया है।
क्या है मामला
वर्ष 2011 में कांशीराम आवास योजना के तहत लाभार्थियों को आवास आवंटन करने के दौरान बड़े पैमाने पर धांधली का मामला उजागर हुआ था। चंदौली नगर के चंद्र मोहन सिंह ने 2013 कोर्ट में प्रार्थना देकर मामले की जांच की गुहार लगाई थी। जांच में 41 लोगों को गलत ढंग से आवास आवंटन का मामला सामने आया। कांशी राम आवास घोटाले में ईओ राजेंद्र प्रसाद, तहसीलदार सुनील कुमार बरनवाल, लेखपाल और कानूनगो सहित एक दर्जन से अधिक अधिकारियों की लापरवाही आई सामने आवास में अपने सगे संबंधियों और रिश्तेदारों को आंवटन किया गया। आरटीआई कार्यकर्ता चंद्र मोहन सिंह ने हाईकोर्ट याचिका दाखिल किया था का दरवाजा खटखटाया याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने सभी आरोपियों को गिरफ्तारी का आदेश दिया है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर सोमवार को अम्बेडकरनगर से भीटी एसडीएम सुनील कुमार और बलिया से रसड़ा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद को चंदौली पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आनन् फानन् में हुई इन गिरफ्तारियों से जिले में चर्चा शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारियों को चंदौली में 2011 में कांशीराम आवास योजना में अपने रिश्तेदारों और जानने वालों को आवास देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अम्बेडकरनगर के भीटी में तैनात एसडीएम सुनील कुमार को सोमवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है। अम्बेडकरनगर पहुंची चंदौली पुलिस एसडीएम को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है।
बताया जा रहा है इलाहाबाद हाईकोर्ट ने एसडीएम की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया था। बताया जाता है कि 2011 में कांशीराम आवास योजना में बंदरबांट के मामले में एसडीएम को दोषी पाया गया है, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है। बताया जाता है कि उस समय यह नायब तहसीलदार के पद पर चंदौली में तैनात थे। एसओ भीटी पंडित त्रिपाठी ने बताया कि चंदौली पुलिस एसडीएम को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई। एसडीएम के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी था, जिसके बाद इनकी गिरफ्तारी हुई हैं।