नवागंतुक एसपी अरुण कुमार सिंह ने भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में संभाला कार्यभार, एसपी बोले गरीबों को न्याय मिले और दुरुस्त रहे कानून व्यवस्था
Newcomer SP Arun Kumar Singh took charge in religious city Chitrakoot, the holy place of Lord Ram.
चित्रकूट: जनपद में नवागंतुक एसपी अरुण कुमार सिंह ने भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में अपना कार्यभार संभाल लिया। अभी तक वह मुख्यालय लखनऊ में एसपी कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाले रहे थे। शासन ने उनको जनपद स्तर पर बतौर एसपी पहली जिम्मेदारी सौंपी है। उन्होंने कार्यभार संभालने के साथ ही मातहतों से अपराध नियंत्रण कर कानून व्यवस्था को बनाए रखने की अपेक्षा किया है।
उन्होंने चार्ज लेते हुए कहा कि मेरी प्राथमिकता जिले में कानून व्यवस्था कायम करना और जिले में पीड़ित को न्याय दिलाना प्राथमिकता होगी। जिले में किसी भी तरह अपराध न होने दिया जाए और अपराध नियंत्रण करके एक मिशाल कायम की जाए।
कौन है आईपीएस अरुण कुमार सिंह
मूल रुप से आजमगढ़ जनपद के रहने वाले अरुण सिंह 1994 बैच के पीपीएस और वर्ष 2023 बैच के आईपीएस अधिकारी है। कार्यभार संभालने के बाद रविवार को वह मीडियो से रुबरु हुए। कहा कि गांव से इंटर तक शिक्षा ग्रहण करने के बाद प्रयागराज विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा के साथ ही एलएलबी व पीएचडी की डिग्री हासिल की है। पुलिस महकमे की नौकरी में शुरुआत से ही उनके साथ अच्छा संयोग रहा है। पहली बार उनकी बतौर पीपीएस की शुरुआत मां विंध्याचल धाम मिर्जापुर से हुई। इसके बाद एएसपी के तौर पर अयोध्या पहली बार मिला।
वह गोरखपुर में भी तैनात रहे है। कहा कि आईपीएस बनने के बाद शासन ने उनको मुख्यालय में एसपी कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी दे रखी थी। लेकिन जनपद के तौर पर उनको पहली जिम्मेदारी चित्रकूट की मिली है। यह भगवान राम की तपोभूमि है। उनकी बुंदेलखंड में यह पहली तैनाती है। अभी तक वह पूर्वांचल और पश्चिम में ही ज्यादातर रहे है। नक्सल इलाके में चार वर्ष वह विशेष तौर पर काम कर चुके है। कहा कि चित्रकूट पहले दस्यु प्रभावित रहा है, लेकिन अब नहीं रह गया है। उनकी प्राथमिकता रहेगी कि गरीब को न्याय मिले।
अपराध नियंत्रण कर कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने का काम करेंगे। इसके बाद एसपी ने मातहतों के साथ बैठक किया। औपचारिक परिचय करते हुए कहा कि थानों में आने वाले फरियादियों की समस्या का निस्तारण प्रमुखता से किया जाए। इसमें किसी तरह लापरवाही न बरती जाए। पीड़ित की बात सुनकर उसकी रिपोर्ट दर्ज कार्रवाई की जाए। विवेचना पारदर्शिता के साथ होनी चाहिए। इस दौरान एएसपी चक्रपाणि त्रिपाठी, सीओ सिटी हर्ष पांडेय, राजापुर निष्ठा उपाध्याय, मऊ राजकरन के अलावा सभी थाना प्रभारी मौजूद रहे।