चित्रकूट की गौरवगाथा: पन्ना जलप्रपात , मऊ गुरदरी
Pride of Chitrakoot, Panna Falls, Mau Gurdari
अनुज हनुमत
वैसे तो चित्रकूट अनगिनत संतों की तपोस्थली और भगवान राम की कर्मस्थली के रूप में जानी जाती है। लेकिन इसके अलावा सबसे ख़ास बात ये है की चित्रकूट की नैसर्गिक सुंदरता भी अद्भुत और अकल्पनीय है । यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और माहात्म्य को देखकर हर किसी का हृदय यही रम जाता है ।
चित्रकूट में अनेकों गुफ़ाएँ , मंदिर , पहाड़ और प्राकृतिक झरने हैं जिनकी ख़ूबसूरती और रहस्य देखते ही बनता है। ऐसा ही एक स्थान है पन्ना वाटर फ़ॉल जो की ज़िला मुख्यालय से तक़रीबन 55 किमी दूर मानिकपुर तहसील के मऊ गुरदरी गाँव के समीप स्थित है। इस स्थल को ग्रामीण पन्ना वाटर फ़ॉल के नाम से जानते हैं ।
यहाँ का प्राकृतिक नजारा स्वतः व्यक्ति को अपनी ओर खींचता है। ग्रामीणों का मानना है की तुलसी जलप्रपात की तर्ज़ पर पन्ना वाटर फ़ॉल का भी विकास किया जाना चाहिए जिससे इसे पर्यटन की मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।
जिससे पाठा क्षेत्र के इस प्राकृतिक स्थल के आस पास रहने वाले ग्रामीणों को रोज़गार के अवसर सृजित हो सकें । पर्यटकों की सुरक्षा की दृष्टि से भी इस स्थल का विकास आवश्यक है ।