सोमवार सीएम योगी ने सभी जिलों के डीएम को निर्देश दिया कि वो गो-संरक्षण केन्द्रों में पशुओं के चारे, पानी, सुरक्षा, साफ-सफाई आदि की पूरी व्यवस्था की करे। गो संरक्षण केंद्रों की व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखें। सीएम ने कहा है कि सभी जिलाधिकारी देखें कि कहीं भी गोवंश छुट्टा न घूमें। इन्हें गो-आश्रय स्थल में लाकर इनकी समुचित देखभाल की जाए। पशुपालन विभाग छुट्टा जानवरों को गो-संरक्षण केन्द्रों में पहुंचाए। इसके लिए टीम गठित कर प्रभावी कार्यवाही की जाए।
सीएम योगी ने कहा है कि पशुओं को ठण्ड से बचाने तथा स्वास्थ्य की देखभाल के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। संरक्षण केन्द्रों में केयरटेकर तैनात रहें, जो इन पशुओं की देख-रेख करें। निराश्रित गोवंश के संरक्षण के लिए सरकार ने सभी जिलों में पर्याप्त संख्या में गो आश्रय स्थलों की व्यवस्था की है।
प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री निराश्रित/बेसहारा गोवंश सहभागिता योजना को लागू किया गया है। इसके तहत इच्छुक किसान या पशुपालक निराश्रित गोवंश का पालन-पोषण करने के लिए अपने पास रख सकता है। कुपोषित बच्चों के लिए दूध की उपलब्धता के लिए परिवार को उनकी इच्छा पर एक निराश्रित गोवंश देने की व्यवस्था की गई है। लाभार्थी को 900 रुपये प्रतिमाह प्रति गोवंश दिए जा रहे हैं। पोषण मिशन के तहत 1883 कुपोषित परिवारों को कुल 1894 गोवंश और मुख्यमंत्री सहभागिता योजना से 56853 पशुपालकों को 103714 गोवंश दिए गए हैं।