एक्शन में CM योगी : कोरोना वायरस फैलने पर आगरा मेडिकल के प्रिंसिपल और दो जिलों के सीएमओ को हटाया
यूपी के जिन-जिन जिलों में कोरोना की स्थिति गंभीर होती जा रही है वहां के अधिकारियों पर गाज गिरना शुरू हो गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे एक्शन के मूड में है। जिन जिन जिलों में कोरोना की स्थिति गंभीर होती जा रही है वहां के अधिकारियों पर गाज गिरना शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बुधवार को आगरा के एस.एन.मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा.जी.के.अनेजा को हटा दिया गया है। उनके स्थान पर कानपुर मेडिकल कालेज के सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डा. संजय काले को वहां का प्रिंसिपल नियुक्त किया गया है।
डा. अनेजा को हटाकर चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। इसी के साथ आगरा के एस.एन.मेडिकल कालेज के अस्पताल के सीएमएस डा.एस.पी.जैन को भी हटा दिया गया है। उनके स्थान पर मुरादाबाद जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर के वरिष्ठ परामर्शदाता डा.बी.बी.पुष्कर को आगरा मेडिकल कालेज का सीएमएस नियुक्त किया गया है। मथुरा, बुलंदशहर के सीएमओ को हटा दिया गया।
इस सिलसिले में चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने आदेश जारी कर दिए है। आदेश के तहत मथुरा के सीएमओ पद से हटाए गए डा. शेर सिंह को आरएफपीटीसी कालेज का प्रिंसिपल, बुलंदशहर के सीएमओ पद से हटे डा.वी.एन.तिवारी को मुरादाबाद जिला अस्पताल ट्रामा सेंटर के वरिष्ठ परामर्शदाता पद नियुक्त किया गया है। इसी तरह आगरा के एस.एन.मेडिकल कालेज के अस्पताल से हटाए गए डा.एस.पी.जैन आगरा के जिलाधिकारी कार्यालय से सम्बद्ध कर दिए गए हैं।
आगरा में सबसे जयादा मरीज :
मुख्यमंत्री के निर्देश पर लखनऊ से आगरा गए प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारियों ने भी जांच में पाया कि मेडिकल कालेज में कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज ढंग से नहीं हो पा रहा है। आगरा में ही सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज हैं और वहां कोरोना संक्रमित मरीजों की मृत्यु भी सबसे ज्यादा हो रही है। आगरा गए अधिकारियों की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डा. अनेजा को मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल पद से हटा दिया गया।
डॉक्टर लगातार कर रहे थे शिकायत
आगरा मेडिकल कालेज में काफी अव्यवस्था फैलने और अराजकता की स्थिति होने की शिकायतें मुख्यमंत्री के पास पहुंच रही थीं। वहां के हालात इतने बिगड़े हुए थे कि डा. अनेजा के बीमार पड़ने पर आगरा मेडिकल कालेज के प्रोफेसर ही वहां के प्रिंसिपल नहीं बनना चाह रहे थे। हालत तो यह थी कि आगरा में आगरा में पूर्व में जब कोरोना वायरस का संक्रमण चरम पर था तो वहां प्रिंसिपल पद पर कार्यभार संभालने से आनाकानी कर रहे आगरा मेडिकल कालेज के दो विभागों के विभागाध्यक्षों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई। एक को सस्पेंड किया गया तो दूसरे को चार्जशीट थमा कर विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। इसके बाद डा.अनेजा ही बीमारी से ठीक होकर फिर वापस वहां के प्रिंसिपल बन गए।