DDU News: नए कोर्स और समय से परीक्षा के लिए डीडीयू ने बनाया मास्‍टर प्लान, कैंपस सेलेक्‍शन पर भी फोकस

DDU News: कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि कई नए कोर्स, नए स्‍टूडेंट्स, नई फैकल्‍टी, 25 नए मेडल और अवार्ड भव्‍यता को बढ़ाता है. कुल कितने गोल्‍ड मेडल होंगे, ये बाद में होने वाली बैठकों में निर्धारित किया जाएगा.

Update: 2023-01-03 06:19 GMT

DDU News: कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि कई नए कोर्स, नए स्‍टूडेंट्स, नई फैकल्‍टी, 25 नए मेडल और अवार्ड भव्‍यता को बढ़ाता है. कुल कितने गोल्‍ड मेडल होंगे, ये बाद में होने वाली बैठकों में निर्धारित किया जाएगा. वीसी प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि पिछला साल इम्‍प्रूवमेंट्स का रहा है. पहले 5 से 6 फैकल्‍टी रही है. अब वो 12 हो गई है. इंस्‍टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्‍चर एंड नेचुरल साइंसेस, इंस्‍टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्‍नोलॉजी, इंस्‍टीट्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्‍पोर्ट्स साइंस, सेंटर आफ‍ जिनोमिक्‍स एंड बायोफार्मिक्‍स, सेंटर ऑफ जर्नलिज्‍म एंड मास कम्‍यूनिकेशन आया है. 65 साल में 57 कोर्स की अपेक्षा आज 140 कोर्स हो गए हैं. बाजार की डिमांड के अनुसार प्रोफेशनल कोर्स बढ़े हैं.

वीसी ने बताया कि 14 नई लैब एग्रीकल्‍चर में, 8 लैब इंजीनियरिंग में, डेटा सेंटर, आईटी सेल, आईटी में मेंटेनेंस विंग, पुरानी बिल्डिंग को नया करने में इन्‍वेस्‍ट कर रहे है. 2023 विश्‍वविद्यालय को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा. नैक मूल्‍यांकन से लेकर एनआईएफ रैंकिंग, क्‍यूएस रैंकिंग के अलावा विभागीय रैंकिंग में भी वे आगे बढ़ेंगे. 10 साल का विजन डाक्‍यूमेंट बना रहे हैं. वे प्रयास कर रहे हैं कि विभिन्‍न मदों में सरकार और शासन से जो 20 से 25 प्रतिशत खर्च ले रहे हैं, वे भी नहीं लेने का प्रयास है. विश्‍वविद्यालय आत्‍मनिर्भर बनने की ओर कदम बढ़ा रहा है. उन्‍होंने बताया कि सरकार भी यही चाहती है.

कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि परीक्षाओं को समय से कराने के लिए विश्‍वविद्यालय प्रशासन कटिबद्ध है. परीक्षाओं की देरी, प्रवेश और अन्‍य वजहों से परीक्षाएं देरी से हुई है. महाविद्यालयों की डिमांड पर प्रवेश की तारीखों को बढ़ाने की वजह से भी समेस्‍टर और परीक्षाएं लेट हुई है. जुलाई से अगस्‍त तक इसे समयबद्ध कर लेंगे. कुलपति ने बताया कि प्‍लेसमेंट को भी अधिक से अधिक कराने के लिए वे तैयारी कर रहे हैं. हर विभाग से प्‍लेसमेंट के लिए प्रयासरत हैं. बीएचयू से प्‍लेसमेंट बेहतर है. प्‍लेसमेंट सेल को वर्षभर का आंकड़ा तैयार करने को कहा गया है.

दीनदयाल उपाध्‍याय गोरखपुर विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने बताया कि फरवरी में दीक्षांत कराने की तैयारी में हैं. इसके लिए राष्‍ट्रपति को पत्र लिखा गया है. उन्‍होंने बताया कि अभी तारीख तय नहीं की गई है. राष्‍ट्रपति के यहां से अभी स्‍वीकृति नहीं मिली है. 15 से 25 फरवरी के बीच की तारीख के लिए लिखा गया है. उनके यहां से स्‍वीकृति मिल गई, तो इस बार के दीक्षांत में राष्‍ट्रपति बतौर मुख्‍य अतिथि सम्मिलित होंगी. उन्‍होंने बताया कि उनके आगमन से विश्‍वविद्यालय का दीक्षांत समारोह भव्‍य और ऐतिहासिक हो जाएगा.

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