पिछले एक साल से चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) को आखिरकार किसानों ने वापस ले लिया है. केंद्र के किसानों की मांगे मानने के बाद अब आंदोलनकारी किसान तमाम बॉर्डरों को खाली करेंगे. इसी कड़ी में आज राजस्थान के किसान अलवर-शाहजहांपुर बॉर्डर (Alwar- Shahjahanpur border) से हटेंगे. जिसके बाद आज एक साल के बाद दिल्ली-जयपुर हाईवे (Jaipur-Delhi national highway) खुल जाएगा.
एसकेएम (SKM) की राजस्थान ईकाई ने एक बयान में कहा, 'शुक्रवार सुबह आम सभा के बाद शाहजहांपुर-खेड़ा सीमा से 'मोर्चा' हटाया जाएगा. गांवों में किसानों के लिए धन्यवाद अभियान के साथ ऐतिहासिक किसान आंदोलन की सफलता पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा. एसकेएम के संजय माधव की ओर से जारी बयान में कहा गया है, "चल रहे आंदोलन को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है- लड़ाई जीत ली गई है और किसानों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए संघर्ष जारी रहेगा, खासकर सभी किसानों के लिए एमएसपी के कानूनी अधिकार को सुरक्षित करने के लिए कहा गया. एसकेएम की अगली बैठक 15 जनवरी को नई दिल्ली में होगी.
किसान नहीं भूलेंगे यातना और उत्पीड़न
भारतीय किसान संघ (बीकेयू) के प्रदेश अध्यक्ष राजाराम मील (Rajaram Meel) ने कहा, "केंद्र ने हमारी सभी मांगों को स्वीकार कर लिया है. लेकिन, यह किसानों, मजदूरों और व्यापारियों द्वारा किए गए साल भर के बलिदान के बाद आया है. साथ ही, जिस तरह उनके (बीजेपी) के नेताओं द्वारा भाषा का इस्तेमाल किया गया है- नक्सली, माओवादी, खालिस्तानी, पाकिस्तान समर्थक और उग्रवादी और उनके साथ की गई यातनाओं को भुलाया नहीं जाएगा. किसान इस तरह की यातना और उत्पीड़न को नहीं भूलेंगे.
जयपुर शहर में निकालेंगे विजय जुलूस
राजाराम मील ने कहा, "हम शुक्रवार को सुबह 10 बजे शाहजहांपुर सीमा खाली करना शुरू करेंगे. हम जयपुर शहर में भी विजय जुलूस निकालेंगे." राज्य के एक अन्य किसान नेता हिम्मत सिंह ने कहा, "यह किसानों की ऐतिहासिक जीत है. शांतिपूर्ण तरीके से किसानों के अथक आंदोलन के कारण सरकार ने उनकी मांगों को मान लिया.