सीएम ने दिया फर्रुखाबाद में 24 मासूम बच्चों को छुड़ाने वाली पुलिस टीम को दस लाख का इनाम

सीएम योगी ने आईजी मोहित अग्रवाल को फर्रुखाबाद की घटना पर दस लाख का इनाम दिया.

Update: 2020-02-07 14:39 GMT

जनपद फतेहगढ़ के ग्राम करथिया में अभियुक्त द्वारा बंधक बनाये गये 24 मासूम बच्चों को पुलिस टीम द्वारा कार्यवाही कर छुड़ाए जाने पर आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा टीम को 10 लाख रुपये व प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया. सीएम ने यह पुरस्कार कानुपर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल को दिया साथ ही उनकी टीम और बच्चों के साथ मिलकर उनका हौसला भी बढ़ाया. 

बता दें कि उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के गांव करथिया में एक सिरफिरे ने जन्मदिन के बहाने 23 मासूमों को 11 घंटे तक खौफ में कैद रखा. हालांकि, करीब 7 घंटे चले ऑपरेशन के बाद यूपी पुलिस 23 बच्चों की जिंदगी बचाने में कामयाब रही. बीती तीस जनवरी दिन गुरुवार दोपहर करीब ढाई बजे से शुरू हुआ ये खौफनाक खेल रात करीब डेढ़ बजे सिरफिरे सुभाष बाथम की मौत के साथ खत्म हुआ. सुभाष ने इन बच्चों को जन्मदिन के नाम पर अपने घर में बुलाया था, जहां उसनें गांव के 23 बच्चों को बंधक बना लिया. बच्चों ने वापस जाने की जिद की तो उसने घर के दरवाजे बंद कर दिए. इस दौरान सुभाष की पत्नी भी अपने पति के साथ मौजूद थी. बंधक बनाने के बाद सुभाष अपने छत पर आया और बच्चों को कैद करने की बात सबको बताई.

मामला बढ़ता देख डीएम-एसपी भी मौके पर पहुंचे. इस बीच सुभाष ने स्थानीय विधायक को बुलाने की मांग की. पूरा गांव सकते में था. किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि सुभाष आखिर चाहता क्या है. इसी बीच आरोपी ने दोबारा फायर किया. इधर, मामला लखनऊ तक पहुंच गया. अधिकारियों को हालात की जानकारी दी गई. डीजीपी ने एटीएस टीम को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया और एनएसजी से भी संपर्क किया गया.




 फर्रूखाबाद में जिस अपहरणकर्ता सुभाष को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था,कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने उसकी बेटी को गोद ले लिया है. इस कारनामे की चर्चा पूरे प्रदेश में हो रही है. बेटी की बर्थडे पार्टी के नाम पर 23 बच्चों को अपने घर बुलाकर तहखाने में 12 घंटों तक बंधक बनाकर रखने वाले अपहरणकर्ता सुभाष को पुलिस ने मार गिराया था. जिसके बाद सभी बच्चों को सुरक्षित निकाला गया था ग्रामीणों ने सुभाष की पत्नी रूबी को भी पीटा था. जिससे उसकी अस्पताल में मौत हो गई थी. ऐसे में सुभाष और रूबी की मौत के बाद 4 साल की बेटी गौरी को आईजी मोहित अग्रवाल ने गोद लिया है. अब उसकी देखभाल की जिम्मेदारी आईजी खुद उठाएंगे.




 बात दें कि बीते शुक्रवार को फर्रुखाबाद में एक सजायफ्ता आरोपी ने अपनी बच्ची के जन्मदिन के अवसर पर बच्चों को बुलाकर सबको कमरे में बंद कर दिया. उसके बाद उसने तेईस करोड़ की मांग की जिसके बाद फ़िल्मी अंदाज में बच्चों को कमरे में बंद कर पति और पत्नी फायरिंग करने लगे. उसके बाद पुरे प्रदेश में इस घटना से हडकम्प मच गया. फिर पुलिस ने जैसे तैसे इस मामले को सुलझाया और आरोपी को मार गिराया. इतने में भीड़ के हाथों उसकी पत्नी आ गई जिसको ग्रामीण ने बुरी तरह पीट डाला. जिसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. उसके बाद उनकी चार साल की बच्ची बच्ची को आईजी मोहित अग्रवाल ने गोद ले लिया है. उसकी देखभाल की जिम्मेदारी ली है.




 हम सभी हमेशा पुलिस की बुराई करते जरुर है लेकिन जब कोई भी हमें धमकाता है या फिर मार पीट करता है तो हम उसे पुलिस की धमकी देते है. लेकिन उसके बाद भी हम पुलिस की बुराई करने से नहीं चूकते है जबकि अब पुलिस पहले की तरह नहीं काफी बदलकर सोशल पुलसिंग बनती नजर आ रही है 

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