बीजेपी नेता की गुंडई से परेशान ग्रामीणों ने घर के बाहर 'मकान बिकाऊ है' का पोस्टर लगाया
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के कंपिल थाना क्षेत्र के बिल्हा गांव में कुछ ग्रामीणों ने भाजपा मंडल अध्यक्ष पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर अपने घर के बाहर 'मकान बिकाऊ है' का पोस्टर लगाया है. पोस्टर लगाने की सूचना मिलने पर हरकत में आई पुलिस ने ग्रामीणों के जबरन घर बाहर लगे पोस्टरों को हटा दिया.वहीं पुलिस के मुताबिक सब सामान्य हो गया है. ग्रामीणों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये साथ ही साथ भाजपा मंडल अध्यक्ष पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं.
दरअसल, फर्रुखाबाद जिले के जहानगंज थाना क्षेत्र के पतोंजा गांव में कुछ ग्रामीणों द्वारा 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लगाए जाने का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि जिले के कंपिल थाना क्षेत्र के बिल्हा गांव में 'मकान बिकाऊ है' के पोस्टर लागए जाने का मामला सामने आया है. मिडिया जब गांव में पहुंची तो नजारा कुछ और ही था. वहां पर पीड़ित लोगों ने पुलिस के साथ-साथ भाजपा मंडल अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए उन्होंने बताया कि हम लोगों को पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है साथ ही साथ भाजपा मंडल अध्यक्ष के कहने पर पुलिस प्रताड़ित कर रही है.उन्होंने हम लोगों के जबरिया पोस्टर फाड़ दिए और रात को ही थाने में ले गए. वहीं महिलाओं ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पुरूषो के साथ बहू बेटियों के साथ पुलिस घर मे घुसकर मारपीट करती हैं.
कुछ ग्रामीणों ने भाजपा मंडल अध्यक्ष उत्पीड़न का आरोप लगाकर अपने घर के बाहर 'मकान बिकाऊ है' का पोस्टर लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि भाजपा मंडल अध्यक्ष की मिलीभगत से थाना पुलिस उनका उत्पीड़न कर रही है.जानकारी देते .ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह चौहान व भाजपा मंडल अध्यक्ष सत्य वर्धन सिंह के बीच चुनावी रंजिश है. करीब एक वर्ष पहले भाजपा मंडल अध्यक्ष सत्य वर्धन सिंह ने सत्ता की हनक में राजेंद्र सिंह पक्ष के 4 लोगों पर हत्या के प्रयास मुकदमा दर्ज कराया था. पुलिस इस मामले की विवेचना कर रही है.
ग्रामीण राम कुमार ने आरोप लगाया कि करीब एक सप्ताह पहले भाजपा मंडल अध्यक्ष सत्य वर्धन सिंह ने पुलिस से सांठ-गांठ कर पूर्व प्रधान धर्मेंद्र सिंह का ट्रैक्टर चोरी होने का आरोप लगाकर उनका ट्रैक्टर थाने में खड़ा करा दिया. उन्होंने ट्रैक्टर के सभी कागज दिखाकर छुड़ाने की गुहार लगाई तो पुलिस ने उन्हें थाने से भगा दिया.मामले को उच्च अधिकारियों द्वारा गंभीरता से लेने के कारण करीब 5 दिन बाद ट्रैक्टर छोड़ दिया गया.
ग्रामीणों का आरोप है कि इस घटना के बाद थाना प्रभारी राजेंद्र विकास सिंह बिल्हा गांव पहुंचे और राजेंद्र सिंह चौहान पक्ष की महिलाओं व बच्चों के साथ गाली-गलौज की. ग्रामीणों के मुताबिक पुलिस और सीओ ने जबरन ग्रामीणों पर मुकदमा लिखबाने की धमकी देने के चलते कई ग्रामीणों ने अपने पोस्टर हटा लिए और कुछ ग्रामीणों के पोस्टर जबरन रात के अँधेरे में बीजेपी नेता के साथ पुलिस कर्मी घरो के बाहर से उखाड़ ले गए है
वहीं मामले को लेकर सीओ राजवीर सिंह गौर ने बताया कि कंपिल थाना क्षेत्र के बिल्हा गांव में कुछ ग्रामीणों द्वारा गांव से पलायन के पोस्टर लगाए जाने की जानकारी मिली थी. उन्होंने गांव जाकर ग्रामीणों से जानकारी ली. ग्रामीणों ने पलायन की बात नकारी है.