गोंडा। कर्नलगंज तहसील के हलधरमऊ ब्लॉक के रहने वाले शिव भगवान ने 20 मई को अपने 72 साल के पिता जीवबोध को गोंडा के जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। उन्हें सांस लेने में दिक्कत थी। शिव भगवान ने आरोप लगाया कि वार्ड में तैनात नर्स ने फाइल बनाने के नाम पर 100 रुपए की मांग की।
उसके पसा पैसे नहीं थे। उस पर उसके पिता को डेंगू वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।शिव भगवान ने बताया कि पिता के इलाज के लिए नर्स ने बाहर से 2 इंजेक्शन मंगवाए। जिनकी कीमत 590 रुपए थी। 4 दिनों में सिर्फ वही दो इंजेक्शन लगाए गए। अस्पताल की कोई दवा नहीं दी गई। घर जाने के लिए एंबुलेंस देने को कहा तो अस्पताल के कर्मचारियों ने बताया कि एंबुलेंस सिर्फ मरीजों को लाती है। वापस छोड़ने नहीं जाती है।
लोगों ने पैसे देकर की मदद। इसके बाद शिव भगवान को जब कोई उपाय नहीं सूझा तो उसने पिता को पीठ पर लादा और जिला अस्पताल से निकल गया। करीब 2.5 KM तक वह पिता को पीठ पर लादकर एलबीएस चौराहे तक पहुंचा। वहां पर कुछ समाजसेवियों ने उसे देखा तो रोक लिया। शिव भगवान ने बताया कि उसके पास पैसे नहीं थे।
अस्पताल से एंबुलेंस मांगी, लेकिन वह मिली नहीं, इसलिए करीब 30 किमी तक पिता को पीठ पर लादकर ले जा रहा हूं। इस पर लोगों ने शिव भगवान को कुछ पैसे दिए और एक टेंपो की व्यवस्था कर पिता और बेटे को घर भेजा।