Gorakhpur Breaking News: जेल में मिली यातना तो चली गई यादाश्त, हुई मौत
चोरी के आरोपित का मेडिकल कालेज में चल रहा था इलाज, बेल के बाद परिजनों ने लगाई थी मुख्यमंत्री से इलाज की गुहार
गोरखपुर : मंडलीय जेल में चोरी के आरोप में निरूद्ध रहे एक 28 वर्षीय बंदी को ऐसी यातनाएं मिली की वह दिन प्रतिदिन कमजोर होता चला गया। शुक्रवार की रात मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शनिवार की सुबह भाई रविंद्र ने उसका दाह संस्कार राजघाट पर किया। परिजनों के अनुसार 15 फरवरी 2022 को जेल प्रशासन ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। बाद में उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। जहां उसकी हालत गंभीर बनी रही। परिजनों के अनुसार उसकी सोचने समझने की शक्ति खत्म हो गई थी और वह परिवार के सदस्यों को पहचान नहीं पा रहा था। इधर एक सप्ताह पूर्व उसकी बेल हो गई थी और जेल प्रशासन ने उसे परिवारवालों को सौंप दिया था। जिसके बाद गरीब परिवारवालों ने 26 फरवरी 2022 को सीएम योगी को पत्र लिखकर इलाज के लिए गुहार लगाई थी।
कैंट इलाके के महादेव झारखंडी निवासी 28 वर्षीय जितेंद्र विश्वकर्मा को कैंट पुलिस ने जून 2021 में दुकान से साबुन आदि सामान के चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। भाई रविंद्र ने बताया कि जब वह जेल गया था तो बिल्कुल स्वस्थ्य था लेकिन जेल के अंदर ऐसी यातना मिली और मारपीट की गई कि उसकी तबीयत खराब हो गई। उसकी मानसिक स्थित इतनी खराब हो गई कि वह किसी को पहचान नहीं पा रहा था।
परिजनों के अनुसार वह बार बार वह बेहोश हो जा रहा था। जेल कर्मियों ने उसे 15 फरवरी 2022 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। सूचना पर परिजन भी उसे वहां देखने पहुंचे। वहां से उसे मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया। इधर बीच एक सप्ताह पूर्व उसकी जमानत हो गई। जेल प्रशासन ने उसे बीमारी के हालत में ही परिजनों को सौंप दिया। जबकि उसकी हालत अभी भी गंभीर थी। भाई रविंद्र ने बताया कि शुक्रवार की देर रात जितेंद्र की मेडिकल कालेज में इलाज के दौरान मौत हो गई। जितेंद्र की पत्नी व दो छोटे बच्चे हैं और घरों में बर्तन माजकर जीवन यापन करते हैं।
*यातना व मारपीट की बात गलत-जेलर*
उधर जेलर प्रेम सागर शुक्ला ने बताया कि उसे मष्तिष्क ज्वर की शिकायत थी इलाज कराया जा रहा था। फरवरी के अंतिम सप्ताह में उसकी जमानत हो चुकी थी। यातना व मारपीट की बात निराधार है।
सत्यपाल सिंह कौशिक Special Coverage News