गोरखपुर के ऐतिहासिक चौरीचौरा कांड पर आधारित हिन्दी फिल्म '1922 प्रतिकार चौरीचौरा' बन रही है इसके मुख्य किरदार में अभिनेता और सांसद रवि किशन शुक्ल नजर आएंगे। फिल्म के प्रस्तुतकर्ता रविशंकर खरे ने यह जानकारी दी।
रविशंकर ने बताया कि चौरीचौरा की घटना पर बनने वाली यह पहली हिन्दी फिल्म होगी। यह फिल्म एक अच्छी तरह से शोध की गई स्क्रिप्ट पर आधारित है। स्क्रिप्ट तैयार करने में प्रो. हिमांशु चतुर्वेदी और उनकी पुस्तक 'चौरीचौरा एक पूर्णावलोकन राष्ट्रीय आयाम की एक स्थानीय घटना' के साथ ही करीब 20 लेखकों की टीम शामिल थी। फिल्मांकन के लिए तैयार की गई इस स्क्रिप्ट को अंतिम रूप देने में 8 महीने का समय लग गया।
उन्होंने बताया कि सरायु विजन के बैनर तले बन रही इस फिल्म का सह निर्माण अंजू खरे द्वारा किया जा रहा है। गौरव खरे, दीपक भोसले फिल्म के क्रिएटिव निर्माता हैं। हमारे पास फिल्म के 58 महत्वपूर्ण पात्रों की लाइनअप है। '1922 प्रतिकार चौरीचौरा' पहली ऐतिहासिक फिल्म होगी, जिसे पूरे विश्व में रिलीज करने की तैयारी है।
बतादें कि चौरीचौरा, उत्तर प्रदेश में गोरखपुर के पास का एक कस्बा है जहां 4 फरवरी 1922 को भारतीयों ने ब्रिटिश सरकार की एक पुलिस स्टेशन में आग लगा दी थी जिससे उसमे छुपे हुए 22 पुलिस कर्मचारी जिन्दा जल के मर गए थे. इस घटना को चौरीचौरा कांड से के नाम से जाना जाता है. इस कांड का भारतीय स्वतत्रंता आंदोलन पर बड़ा असर पड़ा. इस कांड के बाद महात्मा गांधी काफी परेशान हो गए थे।
पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने चौरीचौरा की घटना के 60 साल बाद शहीद स्मारक भवन का 6 फरवरी, 1982 को शिलान्यास किया था. जबकि पूर्व प्रधानमंत्री स्व. नरसिम्हा राव ने 19 जुलाई, 1993 को इसका लोकार्पण किया।