Gorakhpur News: थाने के अंदर आपस में भिड़े किन्नर, चैंबर छोड़ भागे थानेदार
मामला सहजनवा थाना क्षेत्र का है।
किन्नर को गोली मारने का मामला शांत होता नहीं दिख रहा है। बुधवार को सहजनवा थाना में किन्नरों के दो गुटों में भिड़ंत हो गई। थानेदार के चैंबर में विवाद से पुलिस सकते में आ गई। हालत यह हो गई कि किन्नरों के रौद्र रूप को देख थानेदार को अपने चैंबर से भागना पड़ गया। बड़े साहब को भागता देख तत्काल थानों में मौजूद पुलिस फोर्स के साथ पीएसी ने मोर्चा संभाल लिया। करीब डेढ़ घंटे दोनों पक्षों में बातचीत हुई और फिर सभी वापस चले गए।
कुछ दिन पहले किन्नर तान्या को मारी गई थी गोली
दरअसल सहजनवां इलाके के रिठुआखोर मोड़ के पास बीते 19 मार्च को किन्नर तान्या को गोली मार दी गई थी। इसके बाद से ही तान्या गुट के किन्नर आक्रोशित हैं। उनका आरोप है कि दूसरे गुट के किन्नरों ने तान्या को गोली मारी है। हमलावरों गिरफ्तारी की मांग को लेकर किन्नर रविवार और सोमवार के दिन किन्नरों ने खूब हंगामा किया और हाइवे जाम कर नग्न प्रदर्शन किए। मंगलवार को मामला शांत रहा है, लेकिन बुधवार को एक बार फिर इस मामले ने तूल पकड़ लिया।
किन्नरों से पूछताछ हो रही है
फिलहाल घायल किन्नर का इलाज लखनऊ में चल रहा है। बुधवार को पुलिस ने कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया है। थानेदार महेंद्र मिश्रा ने बताया, हत्या के प्रयास के आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। घायल तान्या किन्नर की तहरीर पर पुलिस प्रिया किन्नर, काजल किन्नर, मुमताज किन्नर, पूजा किन्नर, प्रिया किन्नर और दुर्गेश के खिलाफ षडयंत्र रचने और हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है। एक आरोपित किरन किन्नर को सोमवार को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।
महामंडलेश्वर को लेकर पहुंचा था किन्नरों का गुट
उधर, बुधवार को किन्नर कल्याण बोर्ड की सदस्य महामंडलेश्वर कनकेश्वरी नंद गिरी के नेतृृत्व में एक गुट थाने पहुंचा। थानेदार के कमरे में बैठ कर दोनों पक्षों में बातचीत शुरू हुई। इसी दौरान तान्या गुट के भी किन्नर थाने पर आ धमके और दूसरे गुट पर लीपापोती का आरोप लगाते हुए विवाद शुरू कर दिए। थानेदार के चैंबर में ही दोनों पक्षों के लोग आमने सामने हो गए और एक दूसरे पर अपशब्दों का प्रयोग करने लगे। पुलिस कर्मियों ने समझाना शुरू किया, लेकिन बात नहीं बनी।
थाने के गेट पर की गई बैरिकेटिंग
इसी दौरान पीएसी फोर्स तैनात कर थाने गेट पर रस्सी से बैरिकेटिंग कर दी गई। पुलिस कर्मियों की फुर्ती देख किन्नर शांत हो गए और करीब डेढ़ घंटे तक आपस में बातचीत किए और फिर वापस लौट गए।