कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर मनीष गुप्ता की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए गुरुवार को सीबीआई ने मनीष के दूसरे दोस्त प्रदीप सिंह से करीब 9 घंटे तक पूछताछ की। तीन रांउड चली पूछताछ के दौरान सीबीआई ने मनीष से उसकी दोस्ती और घटनावाली रात की पूरी कहानी समझने का प्रयास किया और अन्य दोस्तों के बयान का मिलान कराया। इससे पहले बुधवार को हरबीर सिंह से सीबीआई ने पूछताछ की थी।
सीबीआई ने पूछताछ के दौरान मनीष और उसके संबंधों के बारे में ज्यादा जानकारी ली। वहीं, गोरखपुर आने से लेकर घटना के बारे में पूछताछ करने के साथ ही सीबीआई ने एक दिन पहले लिए गए हरबीर के बयान और गोरखपुर में अन्य दोस्तों के बयानों को भी प्रदीप के बयान से मैच कराया। पुलिस की पिटाई से मनीष की मौत होने की जानकारी प्रदीप ने सीबीआई को दी। पर पिटाई कब, कैसे और किसने की, इस बारे में वह कुछ नहीं बता पाया।
वहीं, इससे पहले हरबीर ने भी पुलिस की पिटाई अपनी आंख से देखे जाने की बात से इन्कार किया था। हरबीर का कहना था कि घटना के समय पुलिस वाले उसे थप्पड़ मारकर होटल से नीचे लेते गए थे। बहरहाल अब सीबीआई मनीष के दोनों दोस्त हरबीर सिंह और प्रदीप सिंह को लेकर जल्द ही गोरखपुर आएगी। यहां टीम दोनों के साथ एक बार क्राइम सीन रि?क्रिएट करेगी। इसके बाद फिर आगे की जांच होगी। उधर, एक दिसम्बर को आरोपितों की न्यायिक हिरासत पूरी होगी लिहाजा उससे पहले सीबीआई गोरखपुर आ जाएगी।