गोरखपुर सांसद रवि किशन ने विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल का मांगा इस्तीफा, जानें क्या है पूरा विवाद

गोरखपुर में बीजेपी नेताओं के बीच कलह सामने आ रही है.

Update: 2020-08-28 03:54 GMT

गोरखपुर : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में बीजेपी नेताओं के बीच कलह सामने आ रही है. इस कलह को बीजेपी संगठन ने भी संज्ञान लिया है. मामले में बीजेपी विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल से स्पष्टीकरण तलब कर लिया गया है. उधर गोरखपुर के सांसद रवि किशन ने नगर विधायक डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल से इस्तीफा मांग लिया है. रवि किशन ने कहा कि कि अगर पार्टी के नीतियों व सिद्धांतों से आपको इतनी दिक्कत हो रही है तो आप पार्टी से इस्तीफा दे दें.

सोशल मीडिया पर गैर जिम्मेदाराना बयान दिया: सांसद

उन्होंने आगे कहा कि विधायक राधा मोहन हमेशा पार्टी विरोधी बातों को तूल देकर जनता को भ्रमित करने का कार्य कर रहे हैं. वह गोरखपुर में हो रहे विकास कार्यों को बाधा पहुंचाने का कार्य लगातार वह कर रहे हैं. वह अनाप-शनाप बयानों से पार्टी की छवि को धूमिल कर रहे हैं. रवि किशन ने बताया कि अभी हाल में ही फेसबुक व ट्विटर पर उन्होंने अपने विधायक होने पर गुस्सा आता है, ऐसा गैर जिम्मेदाराना बयान दिया.

पार्टी के पदाधिकारियों, विधायक पर लगा रहे झूठे आरोप

वह लगातार पार्टी के पदाधिकारियों के खिलाफ विधायक, सांसद के खिलाफ झूठे आरोपों व बे बुनियादी बातों से जनता को गुमराह करने का कार्य कर रहे हैं. अभी उनका एक ऑडियो बहुत तेजी से देश में वायरल हुआ है, जिसमें उन्होंने साफ-साफ उत्तर प्रदेश सरकार पर जातिगत राजनीति करने का आरोप लगाया है, जो की बहुत ही शर्मनाक है. इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों का मनोबल गिरता है.

समाज को यूपी सरकार के खिलाफ भड़काने का कर रहे प्रयास

रवि किशन ने कहा कि इनके बयानों से पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं में आक्रोश व गुस्सा है. वह समाज को उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ भड़काने का व भ्रमित करने का प्रयास लगातार कर रहे है इसलिए अगर इनको पार्टी की नीतियों और कार्यशैली से इतना ही दिक्कत है तो पार्टी को अपना इस्तीफा सौंप दें.

विवाद के पीछे एक सड़क

दरअसल भाजपा सांसद रवि किशन और शहर से विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल के बीच टशन का कारण एक सड़क है. गोरखपुर-देवरिया रोड पर सिंघड़िया के पास पिछले साल तक बारिश के महीने में रोड पर पानी भर जाता था. आने-जाने में लोगों को परेशानी होती थी. रवि किशन जब सांसद बने तो उन्होने इस समस्या के सामाधान करने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग से बात की और सड़क को ऊंचा कर दिया गया. अब सड़क पर इस बार बारिश में पानी नहीं लगा लेकिन सड़क की उंचाई बढ़ा देने से अगल-बगल की कालोनियों में जलभराव की स्थिती पैदा हो गई.

विधानसभा तक सड़क का मुद्दा लेकर पहुंचे थे विधायक

इसी बात को सदर विधायक राधामोहन दास अग्रवाल ने विधानसभा सत्र में उठा दी और डिप्टी सीएम केशव मौर्या से मिलकर सहायक इंजीनियर केके सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की. डिप्टी सीएम ने इंजीनियर को लखनऊ अटैच करने का आश्वासन दिया. जिसके बाद पीडब्लूडी इंजीनियर सहायक अभियन्ता केके सिंह के पक्ष में सबसे पहले सांसद रवि किशन ने चिट्ठी लिखी. उसके बाद ग्रामीण विधायक, सहजनवा विधायक, पिपराइच विधायक ने भी इंजीनियर के पक्ष में डिप्टी सीएम को चिट्ठी लिखी. डिप्टी सीएम केशव मौर्या को भी चिठ्ठी लिखी.

विधायक का ऑडियो वायरल हुआ तो हड़कंप

उधर बांसगांव सांसद विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल के पक्ष में आ गए. इसी बीच राधा मोहन दास अग्रवाल का एक भाजपा कार्यकर्ता के साथ हुए बातचीत का ऑडियो वायरल हो गया, जिसमें वह सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए दिख रहे हैं.

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