हॉस्पिटल संचालक ने युवती को आधी रात को केबिन में बुलाकर किया रेप,पुलिस ने आरोपी खिलाफ मामला दर्ज कर मामले की जांच मे जुटी

Update: 2022-08-23 05:24 GMT

गोरखपुर के एक हॉस्पिटल ओनर पर सैलरी देने के बहाने अपनी रिसेप्शानिस्टह को आधी रात को केबिन में बुलाकर रेप करने का आरोप लगा है। पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मामला, शाहपुर के पादरीबाजार स्थित न्यू लाइफ हॉस्पिटल का है। हॉस्पिटल में रिसेप्श निस्ट का काम करने वाली लड़की का कहना है कि उसे 8500 रुपये की सैलरी पर रखा गया था। लेकिन छह महीने से तनख्वाह नहीं मिली। लड़की का कहना है कि उसे कॉलेज की फीस जमा करनी थी,

इसलिए कई दिनों से संचालक से सैलरी मांग रही थी। युवती ने बताया कि 20 अगस्त की रात उसकी नाइट शिफ्ट थी। अस्पताल संचालक मणि पांडेय ने उसे रात एक बजे केबिन में बुलवाया। उसने 500 रुपये देते हुए कहा तुम्हें पैसों की जरूरत थी, रख लो। इस पर मैंने कहा, सर इससे क्या होगा। मुझे अपनी फीस जमा करनी है। इतना कम पैसा मिलने पर विरोध किया तो संचालक ने बाल पकड़ लिया और मेज पर दुष्कर्म किया। विरोध करने बुरी तरह पीटा। घर पहुंच कर उसने परिवारवालों को बताया और शाहपुर थाने में तहरीर दी। इंस्पेक्टर शाहपुर रणधीर मिश्रा ने बताया

रिसेप्शनिस्ट की शिकायत पर न्यू लाइफ हॉस्पिटल के संचालक मणि पांडेय के खिलाफ रेप और मारपीट का केस दर्ज कर लिया गया है। पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा जा रहा है। रेप की घटना के बाद एक और महिला कर्मी सामने आई है। उसने भी संचालक मणि पांडेय पर छेड़खानी का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि मणि काफी दिनों से छेड़छाड़ कर रहा था। हालांकि महिला ने पुलिस को तहरीर नहीं दी है। सोमवार की शाम पुलिस अस्पताल पर पहुंची और अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है। हालांकि अस्पताल मालिक मणि पांडेय भाग गया है।

उधर, पुलिस की पहल पर स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल की भी जांच शुरू कर दी है। आर्यन हॉस्पिटल के संचालक पर डॉक्टर से 6.58 लाख रुपये हड़पने के मामले में तहरीर के आधार पर कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। हरिओम नगर में रहने वाले डॉ. एलबी गुप्ता का छात्रसंघ चौराहा पर क्लिनिक है। कैंट थाना प्रभारी को दी गई तहरीर में उन्होंने लिखा है कि दाउदपुर स्थित आर्यन हॉस्पिटल में मरीज भर्ती करने के साथ ही अपनी दवा की थोक दुकान से आपूर्ति करता था। जिसका बकाया 4.64 लाख रुपये था। ब्याज जोड़कर यह 6.58 लाख रुपये हुए हैं। आर्यन हॉस्पिटल के संचालक रुपये मांगने पर देने में आनाकानी कर रहे हैं। मुकदमा दर्ज कर रुपये वापस कराया जाए।

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