UP News: गोरखपुर में फर्जी FIR करवाने वाले गिरोह का हुआ खुलासा, बिहार का रहने वाला है सरगना
महिलाओं के जरिए लोगों पर FIR करवाता था यह गिरोह
Gorakhpur: पुरुषों को छेड़खानी, दुष्कर्म, धोखाधड़ी के झूठे आरोप में फंसाकर जेल भेजने वाले गिरोह का खुलासा पुलिस ने किया है। इस गिरोह का सरगना बिहार के मोतिहारी जिले का रहने वाला है और मुकदमा दर्ज कराने वाली औरतें देवरिया जिले की रहने वाली हैं।
जानिए क्या है पूरा मामला
SP सिटी ने पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता कर बताया कि मोतिहारी जिले के टाउनहाल, बलुआताल वार्ड नंबर-29 का रहने वाला विकास सिन्हा जेल बाईपास पर पादरी बाजार के पास अस्पताल चलाता था। वह शहर में किराए पर मकान लेकर जंगल सालिकराम मोहल्ले में रहता है। अस्पताल से वह दवा का व्यापार भी करता था। इसी दौरान उसकी कई लोगों से जान-पहचान हुई।
कई लोगों से मांगे लाखों रुपए
विकास सिन्हा, व्यापारी संजय अग्रवाल से 6 लाख रुपये, प्रवीन प्रकाश से 8 लाख रुपये, अमित सिंह से 5 लाख रुपये, अमृत से 22 लाख रुपये, संजीव पांडेय से 6 लाख, आलोक श्रीवास्तव से 6 लाख और गोरखनाथ, चक्सा हुसैन के रहने वाले इम्तियाज से 10 लाख रुपये लिये। व्यापार व हास्पिटल में शेयर देने का भरोसा देकर सभी के रुपये हड़प लिये। इनके अलावा कई अन्य लोगों से करीब एक करोड़ से अधिक की ठगी करके शाहपुर क्षेत्र में ही एक और अस्पताल खोल लिया।
रुपए मांगने पर फंसा दिया लोगों को
निर्धारित समय बीत जाने के बाद भी रुपये न मिलने पर व्यापार के लिए पूंजी लगाने वाले लोग विकास सिन्हा से धन वापस मांगने लगे। इसके बाद उसने देवरिया जिले की रहने वाली महिला की बेटी से साठगांठ करके चिलुआताल थाने में इम्तियाज के विरुद्ध छेड़खानी व पाक्सो, फिर महिला की मदद से गोरखनाथ थाने में दुष्कर्म का केस दर्ज करा दिया। दोनों ही मामलों में पुलिस ने जांच के बाद फाइनल रिपोर्ट लगा दी थी। तीन वर्ष के भीतर उसने इम्तियाज पर कुल पांच मुकदमे दर्ज करा दिए, जिसमें समझौता कराने के नाम पर उससे 50 लाख रुपये की रंगदारी भी मांगने लगा।
लोगों ने अपने ऊपर लगे फर्जी मुकदमों की शिकायत की
रुपये देने वाले अन्य लोगों से ASP ने बात की तो उन्होंने ठगी किए जाने की जानकारी दी। इसके बाद सैबा अनवार ने रंगदारी मांगने व धमकी देने और संजय अग्रवाल ने जालसाजी कर रुपये हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया। शाहपुर थाना पुलिस ने विकास सिन्हा को गिरफ्तार कर लिया है।