गोरखपुर में मोबाइल में व्यस्त बेटी को जब पिता ने कड़ी डांट फटकार लगा दी तो आहत हुई बेटी कमरे के भीतर जाकर पंखे से दुपट्टा डालकर फांसी के फंदे पर झूल गई। सवेरे काफी दिन चढ़े तक भी जब वह बाहर नहीं निकली तो दरवाजा खोलते हुए अंदर पहुंचे परिजन भीतर के नजारे को देखकर बुरी तरह से दंग रह गए और उनमें कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जनपद के शाहपुर थाना क्षेत्र के इंद्र पुरम कॉलोनी निवासी राजेश कुमार श्रीवास्तव की हाई स्कूल में पढ़ने वाली 15 वर्षीय बेटी दिव्यांशी बुधवार की रात तकरीबन 9.00 बजे कमरे के भीतर मोबाइल में व्यस्त थी। पिता ने जब बेटी को मोबाइल में व्यस्त देखा तो उन्होंने उसे डांट फटकार लगा दी और मोबाइल फोन बंद करके पढ़ाई करने को कह दिया। पिता के जाने के बाद बेटी ने दरवाजा बंद कर लिया। बृहस्पतिवार की सवेरे 8.00 बजे तक भी जब दिव्यांशी बाहर नहीं निकली तो पिता और उसकी मां ने आवाज देकर उसे बुलाया।
लेकिन अंदर से जब कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो पिता ने धक्का देकर दरवाजा खोला। भीतर पंखे में बंधे दुपट्टे से दिव्यांशी लटकी हुई थी। बेटी को फांसी के फंदे पर लटका देख पिता के पैरों तले की जमीन खिसक गई। जानकारी मिलते ही प्रभारी निरीक्षक रणधीर मिश्रा पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और शव को नीचे उतारकर अपने कब्जे में लिया और पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। थानेदार का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद मौत के बारे में स्थिति स्पष्ट होगी