उत्तर प्रदेश के हमीरपुर कोतवाली के मेरापुर में यमुना नदी किनारे आतिशबाजी कारखाने में गुरुवार की सुबह हुए विस्फोट में मालिक का पुत्र और भतीजा गंभीर रूप से घायल हो गए। बेटे के एक पैर के चीथड़े उड़ गए, जबकि भतीजा गंभीर रूप से झुलसा है।
बतादें कि मेरापुर निवासी आरके गुप्ता नाम का एक शख्श आतिशबाजी बनाने और बेचने का काम करता है। इसके नाम आतिशबाज का लाइसेंस भी है। मेरापुर में यमुना नदी किनारे आरके गुप्ता ने अपना एक कमरे का पक्का कारखाना बना रखा है, जहां आतिशबाजी बनाई जाती है और बनी हुई आतिशबाजी को यहीं सुरक्षित रखा जाता है।
गुरुवार की सुबह 10.30 बजे के आसपास आरके गुप्ता का बेटा ज्ञानेंद्र (28) अपने चचेरे भाई ब्रजेंद्र कुमार (32) के साथ कारखाने पहुंचा था। बताते हैं कि जैसे ही इन्होंने दरवाजा खोला वैसे ही बनी हुई आतिशबाजी जमीन में गिर गई। इसकी वजह से विस्फोट हो गया।
विस्फोट इतना तगड़ा था कि पक्के कमरे के कारखाने की छत जमीन पर आ गई और ब्रजेंद्र व ज्ञानेंद्र दोनों हवा में उछलकर दूर जा गिरे। ज्ञानेंद्र के बाएं पैर के चीथड़े हो गए और ब्रजेंद्र गंभीर रूप से झुलस गया है। बस्ती से दूर कारखाने में विस्फोट की आवाज सुनकर लोगों की भीड़ घटना स्थल की ओर दौड़ पड़ी।
घटना की सूचना तत्काल कोतवाली पुलिस को देने के साथ ही एंबुलेंस को दी गई। मौके पर पहुंची एंबुलेंस से दोनों घायलों को उपचार के लिए सदर अस्पताल भेजा गया, जहां से इन्हें कानपुर रेफर कर दिया गया है।