हाईकोर्ट की सख्ती से मचा हड़कंप, डीजीपी को कल तक प्रयागराज ना छोड़ने का निर्देष, तत्कालीन एसपी मैनपुरी को हटाए या जबरन रिटायर करें
प्रयागराज- हाईकोर्ट से बड़ी खबर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मैनपुरी में छात्रा अनुष्का पांडेय की फांसी के मामले में प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल को जमकर फटकार लगाई। DGP मुकुल गोयल को कोर्ट ने कहा कि कल तक प्रयागराज न छोड़ें, कोर्ट ने ये भी कहा कल पूरी तैयारी के साथ कोर्ट में हाजिर होइये। कोर्ट ने डीजीपी से कहा है कि तत्कालीन एसपी को हटाया जाए या जबरन सेवानिवृत्त करें।
महेंद्र प्रताप सिंह की जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश एम एन भंडारी तथा न्यायमूर्ति ए के ओझा की खंडपीठ ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखने से लगता है कि छेड़छाड़ की गई है। गले में फांसी के निशान संदेह पैदा कर रहे। कोर्ट ने डीजपी गोयल को सख्त लहजे में कहा कि या तो वे कार्रवाई करें नहीं तो कोर्ट कड़े कदम उठाएगा. अब इस मामले में हाईकोर्ट में सुनवाई गुरुवार को भी जारी रहेगी.
यह है पूरा मामला:
मामले के तथ्यों के अनुसार मैनपुरी में नाबालिग छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसके कपड़ों व शरीर पर स्पर्म पाए गए थे। इसके बावजूद पुलिस टीम अपराधियों तक पहुंचने में विफल रही है। 24 अगस्त 2021 के आदेश के अनुपालन में केस डायरी के साथ एसआईटी के सदस्य हाजिर हुए और बताया 16 सितंबर 2019 की घटना की एफआईआर 17 जुलाई 2021 को दर्ज कराई गई।
कोर्ट ने कहा कि गंभीर आरोप के बावजूद तीन माह बाद भी अभियुक्तों से पूछताछ नहीं की गई। विवेचक ने देरी का कारण भी नहीं बताया। छात्रा स्कूल में फांसी पर लटकी मिली। मां ने परेशान करने व मारपीट कर फांसी पर लटकाने का गंभीर आरोप लगाया है। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फांसी के निशान के सिवाय शरीर पर चोट नहीं पाए गए हैं। पंचनामा की फोटोग्राफी नहीं है। सरकारी वकील ने बताया कि एसपी मैनपुरी का तबादला कर दिया गया है। विभागीय जांच कार्यवाही शुरू की गई।
16 सितंबर को नवोदय विद्यालय भोगांव में अनुष्का की मौत हुई। उसका शव फांसी पर लटका मिला। इस घटना में अनुष्का के पिता राजेंद्र पांडेय की ओर से विद्यालय के छात्र सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। मामले में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर आईजी कानपुर मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता एसआईटी जांच कर रही है। जांच टीम में शामिल एसपी मैनपुरी अजय कुमार ने अनुष्का कांड का खुलासा करने के लिए अब तक 21 लोगों के पॉलीग्राफी टेस्ट कराए हैं। 12 लोगों का डीएनए कराने के लिए रक्त के नमूने लिए गए हैं लेकिन जांच पूरी तरह निष्पक्ष हो इसके लिए एसपी ने 10 अन्य लोगों के डीएनए कराने का फैसला लिया था।
हत्या का आरोप लगाकर नवोदय की प्रधानाचार्य सुषमा सागर, स्कूल की वार्डन तथा अनुष्का के साथ कक्षा 11 में पढ़ने वाले छात्र अजय राजपूत के खिलाफ हत्या का मुकदमा भोगांव थाने में दर्ज कराया गया था। हत्यारों की गिरफ्तारी न होने से नाराज परिजनों ने से नगरपालिका के शहीद पार्क में भूख हड़ताल भी की थी।