'मैं सरेंडर करता हूं, पुलिस मुझे गोली ना मारे', गले में तख्ती लटका कर थाने पहुंचा आरोपी
हत्याकांड का आरोपी पुलिस कार्रवाई के डर से थाने में सरेंडर करने पहुंच गया...
उत्तर प्रदेश में अपराधियों में पुलिस का डर साफ नजर आ रहा है। योगी की शपथ से पहले कई अपराधी गले में तख्ती टांग कर थाने पहुंचे और सरेंडर कर दिया। बता दें कि इसी तरह का एक और मामला आगरा से सामने आया है। यहां हत्याकांड का आरोपी पुलिस कार्रवाई के डर से थाने में सरेंडर करने पहुंच गया। दूसरे अपराधियों की तरह इस हत्यारोपी ने भी गले में तख्ती टांग रखी थी, जिसमें लिखा था मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं।
मुझे पुलिस गोली न मारे। यह पंक्तियां लिखी अपील को गले में तख्ती टांगकर एक युवक थाने में पहुंचा और स्वयं को पुलिस को सौंप दिया। युवक हत्या के एक मुकदमे में वांछित चल रहा था और पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिशें दे रही थी। अपील के साथ सरेंडर करने की घटना नगर में चर्चा का विषय बनी रही और सभी लोग कानून व्यवस्था की सख्ती और प्रदेश सरकार के अपराधियों के प्रति कडे रवैये की दाद देते नजर आए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी ने अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए चलाये जा रहे अभियान के अंतर्गत एएसपी के पर्यवेक्षण और सीओ कमलेश कुमार के नेतृत्व में सिरसागंज पुलिस हत्या सहित आधा दर्जन मुकदमों में वांछित चल रहे अभियुक्त हिमांशु उर्फ हनी पुत्र संजय कुमार यादव उर्फ गुडडू निवासी सीएल वाटिका कस्बा अरांव थाना सिरसागंज को तलाश रही थी। इसके लिए पुलिस की टीम द्वारा कई बार संभावित ठिकानों पर दबिशें भी दी गई थीं।
पुलिस की कडी कार्यवाही से भयाकुल अभियुक्त हिमांशु बुधवार को थाने पहुंचा और स्वयं को पुलिस के हवाले कर दिया। लेकिन इन सब में उसके गले में लटकी एक तख्ती ने न सिर्फ पुलिसकर्मियों का बल्कि आसपास के राहगीरों का ध्यान भी अपनी ओर खींच लिया। तख्ती पर लिखा था कि मैं आत्मसमर्पण कर रहा हूं और पुलिस मुझे गोली न मारे। अपराधी पुलिस को इस तरह के भय को देख सभी कानून व्यवस्था की तारीफ करते और इसका श्रेय प्रदेश सरकार के कड़े रवैये को देते नजर आये।
बता दें कि होली के दिन बालक की ईंटों से कुचलकर हुई हत्या में ये अभियुक्त वांछित था। इसको लेकर पुलिस की दबिशें चल रही थीं और अभियुक्त को लगा कि अब उसका एनकाउंटर हो सकता है इसलिए भयभीत होकर वह थाने में पहुंचा था।