चावल के दानों पर सुंदरकांड लिखकर इस महिला ने किया कमाल, India Book of Records में दर्ज हुआ नाम
प्रीति अग्रवाल ने बताया है कि सुंदरकांड लिखने में उन्हें करीब 2 माह का समय लगा.
उत्तर प्रदेश में झांसी महानगर के कैलाश रेजीडेंसी में रहने वाली प्रीति अग्रवाल ने 7547 चावल के दानों पर सुंदरकांड लिखकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. प्रीति अग्रवाल पहले चावल के दानों पर हनुमान चालीसा व गायत्री मंत्र भी लिख चुकी हैं. पहले लिखा ॐ नमः शिवाय प्रीति अग्रवाल ने बताया कि वह पहले सावन के महीने में शिव जी को चढ़ाए जाने वाले बेल पत्र पर ॐ नमः शिवाय लिखा करती थीं. बेलपत्री पर लिखने के बाद उनके दिमाग मे आइडिया आया कि क्यों न भगवान को चढ़ाए जाने बाले चावल पर भी ॐ नमः शिवाय लिखा जाए. और उन्होंने चावल के दाने पर ॐ नमः शिवाय लिखना शुरू किया.
काफी प्रयासों के बाद. वह चावल के दाने पर ॐ नमः शिवाय लिखने में सफल रहीं. इसके बाद उन्होंने चावल के दानों पर हनुमान चालीसा लिखना शुरू किया. यह करके उन्होंने एक संदेश दिया कि अगर कोई काम करने के बारे में ठान लिया जाए तो उसे पूरा किया जा सकता है. सीएम योगी हुए प्रभावित उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के झांसी आने पर प्रीति की मुलाकात उनसे हुई. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी को चावल के दानों पर हनुमान चालीसा लिखकर उन्हें दी तो मुख्यमंत्री उनसे बहुत प्रभावित हुए. और उन्हें चावलों पर सुंदरकांड लिखने के लिये कहा. प्रीति अग्रवाल ने बताया है कि सुंदरकांड लिखने में उन्हें करीब 2 माह का समय लगा.
वह लगातार चावल के दानों पर हिन्दू आस्था से जुड़े धार्मिक कथाएं व मंत्र लिखती रहती हैं. जिससे कि आने वाली नयी पीढ़ी उनके कार्य से प्रभावित हो और धार्मिक कथाओं के बारे में जानें. प्रीति की यही लगन और चावल के दाने पर लिखने की कला को देख कर उनका नाम इंडिया बुक अवॉर्ड में दर्ज हुआ है.