यूपी के प्रमुख सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा जब पहुंचे झांसी के कंपोजिट विद्यालय ग्राम दिगारा, किया एस्ट्रोनॉमी लैब एवं पुस्तकालय का उद्घाटन
बच्चों को स्कूल में खेल, वैज्ञानिक एवं अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वालों की भी दी जाए जानकारी ताकि प्रेरणा लेकर बच्चे भी आगे बढ़े
झांसी: मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कंपोजिट विद्यालय ग्राम दिगारा में जिला खनिज फाउंडेशन न्यास से नवनिर्मित एस्ट्रोनॉमी लैब एवं पुस्तकालय का लोकार्पण किया। इसके अतिरिक्त मुख्य सचिव ने विभिन्न विद्यालयों में जिला खनिज फाउंडेशन न्यास से निर्मित किए गए 44 पुस्तकालय भवनों, 39 एस्ट्रोनॉमी लैब एवं 03 डिजिटल लाइब्रेरी का भी वर्चुअल लोकार्पण किया।
जिले में एस्ट्रोनॉमी लैब, डिजिटल लाइब्रेरी एवं पुस्तकालय भवन का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि छात्रों को लैब के सहारे पढ़ाई करने में आसानी मिलेगी तथा सौरमंडल के बारे में भी जानकारी प्राप्त होगी। छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ही एस्ट्रोनॉमी लैब का निर्माण कराया गया है। उन्होंने बताया कि जनपद में लगभग 39 विद्यालयों में खगोलीय प्रयोगशाला डीएमएफ के माध्यम से बनाई गई हैं।
मुख्य सचिव ने खगोलीय प्रयोगशाला का उद्घाटन करते हुए कहा कि क्षेत्र के बच्चों के भविष्य के लिए जिला प्रशासन द्वारा जिला खनिज फाउंडेशन न्यास से एस्ट्रोनॉमी लैब का निर्माण कराया गया है। वहीं छात्रों को पढ़ाई करने के लिए जागरूक करते हुए कहा कि शिक्षा ही एक ऐसा फल है जो बांटने से बढ़ता है। शिक्षित होकर छात्र खुद व अपने परिवार को आगे बढ़ा सकते हैं। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि विद्यालय भवन पर प्राचीन भारतीय वैज्ञानिकों के चित्र बनाए जाने तथा बच्चों को विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्तियों से प्रेरणा लेने का संदेश भी दिया जाए।
44 पुस्तकालय भवनों, 39 एस्ट्रोनॉमी लैब एवं 03 डिजिटल लाइब्रेरी का भी किया वर्चुअल लोकार्पण
बच्चों के उज्जवल भविष्य को सार्थक करेगी एस्ट्रोनॉमी लैब
एस्ट्रोनॉमी लैब 21वीं सदी के भारत में सभी छात्रों के अंदर अंतरिक्ष के व्यवहारिक ज्ञान के जरिए करेगी उत्सुकता जागृत
छोटी उम्र से ही सभी बच्चों में साइंटिफिक टेंपर विकसित करना शासन की प्राथमिकता
एस्ट्रोलॉजी लैब में बच्चे टेलीस्कोप के द्वारा पृथ्वी का वायुमंडल, चांद व तारों को देख सकेंगे
एस्ट्रोनॉमी लैब में बच्चों को ब्रह्मांड के बारे में हर सवालों के जवाब मिलेंगे
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत में सभी छात्रों के अंदर अंतरिक्ष के व्यवहारिक ज्ञान के जरिए उत्सुकता जागृत करना और छोटी सी उम्र से ही सभी बच्चों में साइंटिफिक टेंपर विकसित करना एस्ट्रोनॉमी लैब का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि लैब में बच्चे टेलिस्कोप के द्वारा पृथ्वी का वायुमंडल चांद व तारों को देख सकेंगे। इसके साथ ही बच्चे टिमटिमाते तारों के बारे में नई-नई जानकारियां हासिल कर सकेगें।
उद्घाटन के अवसर पर जिलाधिकारी ने नारी शिक्षा पर जोर देते हुए कहा कि शिक्षित छात्रा ही 3 परिवारों को शिक्षित बनाती है। ग्रामीणों को जागरूक करते हुए कहा कि अपनी बेटियों को शिक्षा देकर राष्ट्र को मजबूत बनाएं।
कार्यक्रम में मंडलायुक्त डॉक्टर आदर्श सिंह, जिलाधिकारी रविंद्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद सहित बीएसए, डीपीआरओ, बीडीओ, एबीएसए, सचिव, एडीओ व बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।