बस रोकते ही ड्राइवर मर गया लेकिन बचा ली 56 लोंगों की जान
कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर रोडवेज बस के ड्राइवर की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इस दौरान ड्राइवर ने बस को रोड के किनारे ले जाकर रोका। फिर गेट खोलते ही उसे उल्टियां हुईं और मौत हो गई।
कन्नौज में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर रोडवेज बस के ड्राइवर की तबीयत अचानक बिगड़ गई। इस दौरान ड्राइवर ने बस को रोड के किनारे ले जाकर रोका। फिर गेट खोलते ही उसे उल्टियां हुईं और मौत हो गई।
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर एक रोडवेज बस ड्राइवर ड्राइविंग के दौरान अचानक खून की उल्टी करने लगा। चलती बस में ड्राइवर की हालत देख सवारियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद ड्राइवर ने सूझबूझ से बस को किसी तरह से सड़क के किनारे ले जाकर अचानक रोक दिया और फिर जैसे ही उसने अपना गेट खोला, उसको कई बार खून की उल्टियां हुईं। इस दौरान ड्राइवर ने दम तोड़ दिया। हालांकि, बस में सवार सभी यात्री सुरक्षित बच गए।
बस के परिचालक दीपक कुमार ने बताया कि जौनपुर के शाहगंज से गाड़ी दिल्ली के लिए रवाना हुई। लखनऊ में कुछ देर ठहरने के बाद हम कन्नौज पहुंचे, जिसमें 56 यात्री सवार थे। बस कन्नौज सौरिख क्षेत्र में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर 65-70 की स्पीड में चल रही थी। इसी बीच अचानक ड्राइवर ने गाड़ी को रोक दिया और गेट खोलते ही खून की उल्टियां करने लगा। फिर उसकी मृत्यु हो गई। ड्राइवर अगर अपनी सूझबूझ से गाड़ी न रोकता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर जौनपुर से दिल्ली सवारियों को लेकर जा रही रोडवेज बस के ड्राइवर संतराजराम की अचानक तबीयत बिगड़ गई। इस दौरान ड्राइवर को खून की उल्टी होने लगी। चलती बस में ड्राइवर की हालत बिगड़ते देख सवारियों में भी हड़कंप मच गया। किसी तरह ड्राइवर ने अपने आप को संभाला और फिर बस को धीमी कर किनारे रोक दिया। इससे बस में सवार 56 सवारियों की जान बच गई। इसके बाद ड्राइवर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।