कौशाम्बी कोरोना वायरस की वजह से लगातार हो रही मौतों और दहशत के बीच कौशांबी जनपद के पिपरी इलाके में मंगलवार की रात पत्नी से कहासुनी के बाद युवक ने ऐसी हरकत की हर कोई सन्न रह गया। गिरिया खालसा गांव में युवक कमरे में गया और दरवाजा बंद कर लिया। दूसरे दिन सुबह परिवार के लोगों ने खिड़की से झांका तो उसका शव कमरे के अंदर फंदे से लटकता दिखा। परिवार की चीख पुकार सुनकर गांव वाले जुटे तो फिर पिपरी थाने की पुलिस भी आ गई। घरवालों से पूछताछ के बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
चायल तहसील में पिपरी इलाके के गिरिया खालसा गांव निवासी रंगीलाल (40) पुत्र स्वर्गीय मोतीलाल मजदूरी कर परिवार का गुजारा करता था। पत्नी राजपति के मुताबिक मंगलवार की शाम किसी बात से नाराज रंगीलाल ने घर में बनी देवी देवताओं की देवस्थान को खोद डाला। इस बात पर रंगीलाल और उसकी पत्नी के बीच जमकर झड़प हो गई थी। इसके बाद गुस्से में आकर रंगीलाल ने बेटे दीपक (18) गोलू (14) रामू (चार वर्ष) और नौ वर्ष की बेटी रिंकी समेत पत्नी को घर से बाहर निकाल कर खुद को कमरे में बंद कर लिया।
इसके बाद बाहर लगी सीढ़ी से छत पर जाकर पत्नी और बच्चे सो गए।पत्नी का कहना है कि इसके बाद भी रंगीलाल का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो वह रात भर चीखता चिल्लाता रहा। सुबह बेटे गोरेलाल ने कमरे में झांका तो रंगीलाल का शव रस्सी के फंदे से लटका देख परिजन चीखने चिल्लाने लगे।ग्रामीण पहुंचे और किसी तरह रंगीलाल को फंदे से उतारा लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।