Cyber Crime: ऑनलाइन ठगी करने वालों को तलाशने में साइबर सेल पूरी तरह फेल
अपनी पीठ अपने से थपथपाती साइबर सेल पर मेहबान आलाधिकारी
कौशाम्बी। ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य तेजी से सक्रिय हैं एक दो मामले का खुलासा कर पुलिस अधिकारी वाहवाही लूट लेते हैं जबकि दर्जनों लोग ठगी के शिकार खुलासे के लिए पुलिस कार्यालय का चक्कर लगाते रह जाते हैं। एक या दो नही बल्कि दर्जनों केश हैं लेकिन साइबर सेल ऑनलाइन ठगी करने वालों का खुलासा करने में नाकाम रही है। वही सूत्रों पर ऐतबार करें तो एकाद दो मामले में तो साइबर सेल ने आपस मे चंदा कर पैसा वापस कर पुलिस अधीक्षक से पीठ थपथपवाई है। हालांकि पुलिस अधीक्षक भी मामले की तह तक न जाकर विश्वास में साइबर सेल का साथ दे रहे हैं।
मालूम हो मंझनपुर विकासखंड क्षेत्र के सैदनपुर में तैनात शिक्षक शिव सेवक को विधानसभा चुनाव के बीएलओ ड्यूटी पर लगाया गया था। ड्यूटी के दौरान उनसे बीएलओ एनीडेस्क ऐप डाउनलोड करने के लिए कहा गया फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि वह निर्वाचन कार्यालय से बोल रहा है। चुनाव का समय होने के चलते शिक्षक ने उसका भरोसा किया और एप डाउनलोड कर दिया ऐप डाउनलोड करते ही उनके खाते से 35 हजार रुपए से अधिक की रकम बैंक खाते से गायब हो गयी।
जब जानकारी मिली तो उनके होश उड़ गए बैंक खाते से ऑनलाइन ठगी कर 35 हजार से अधिक की रकम निकालने की जानकारी होते ही शिक्षक ने पुलिस का दरवाजा खटखटाना शुरू किया। मामला धीरे-धीरे 2 महीने से अधिक बीत गए है लेकिन शिक्षक के साथ हुई ठगी का खुलासा पुलिस नहीं कर सकी है। ठगी के खुलासे के मामले में साइबर क्राइम ब्रांच के जिम्मेदारों ने भी शिक्षक से निराशाजनक बात की है जिससे शिक्षक परेशान हैं। हालांकि ये कोई नया मामला नही ऐसे कई दर्जन मामले है जो साइबर सेल के दरवाजे पर दम तोड़ रहे है। लेकिन उन्हें मिलता है तो शिर्फ़ कोरा आश्वाशन।