डिजिटल इंडिया में उबड़ खाबड़ कीचड़ युक्त रास्ते से निकलने को विवश हैं सैकड़ो ग्रामीण
योगी मोदी सरकार के विधायक सांसद मंत्री के साथ बसपा सपा के विधायक सांसद मंत्री से सड़क बनवाने की फरियाद कर चुके ग्रामीण
कौशांबी। एक तरफ योगी मोदी सरकार डिजिटल इंडिया की बात कर रही है दूसरे तरफ योगी मोदी के सरकार में ग्रामीणों को आने जाने का रास्ता नहीं मिल रहा है यह कैसा डिजिटल इंडिया का सपना देशवासियों को दिखाया जा रहा है योगी मोदी सरकार के सांसद विधायक मंत्री भी ग्रामीणों की समस्या समाधान करने के प्रति कितना गंभीर है इसका अंदाजा लगाया जा सकता है वर्तमान में मंझनपुर विधानसभा से विधायक इंद्रजीत सरोज पूर्व में बसपा सरकार में कबीना मंत्री भी रह चुके हैं लेकिन उन्होंने भी सड़क बना कर ग्रामीणों की समस्या के समाधान की पहल नहीं किया है जिससे उनकी भी घटिया सोच का अंदाजा लगाया जा सकता है
बभन पुरवा में सड़क ना बनाए जाने को लेकर बोलने से पहले योगी मोदी के मंत्री विधायक सांसद से लेकर अधिकारी तक के मुंह में दही जम गया है मंझनपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत ऊनो के मजरा बभन पुरवा के पूर्वी भाग में अभी तक ग्रामीणों को सड़क नसीब नहीं हो सकी है एक बगीचे से ग्रामीणों का आना जाना है बरसात के दिनों में बगीचे में पानी भर जाने से रास्ता कीचड़ युक्त हो जाता है यदि गांव क्षेत्र का कोई व्यक्ति बीमार हो गया तो उसे अस्पताल पहुंचाने में भी मुसीबत से गुजरना पड़ता है।
योगी सरकार के मंझनपुर विधायक लालबहादुर से भी 7 सितंबर 2018 को दर्जनों ग्रामीण मिले रास्ते ना होने की फरियाद की भाजपा सरकार में ग्रामीणों की फरियाद के बाद भी मंझनपुर विधायक लाल बहादुर ने ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया विधायक निधि से भी सड़क बनवाई जा सकती थी लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर भी सड़क बनवाई जा सकती थी लेकिन उसके बाद भी मंझनपुर विधायक लाल बहादुर ने ग्रामीणों की इस गंभीर समस्या को नजरअंदाज कर दिया ग्रामीण लगातार जिलाधिकारी से मिलते रहे 6 अक्टूबर 2018 को जिला अधिकारी से ग्रामीण मिले 7 सितंबर 2018 को भी ग्रामीण जिलाधिकारी से मिले 20 जनवरी 2023 के बाद 23 जनवरी 2023 सहित दर्जनों बार ग्रामीण जिलाधिकारी से मिल चुके हैं लेकिन जांच के नाम पर केवल ग्रामीणों को लॉलीपॉप दिया जा रहा है लगातार ग्रामीण सड़क बनवाने की मांग कर रहे हैं लेकिन प्रदेश में भाजपा की सरकार ग्रामीणों की समस्या की ओर गंभीर नहीं है जिससे जनहित के मुद्दों पर सरकार की सोच का अंदाजा लगाया जा सकता है जिससे आम जनता के समस्याओं के समाधान के प्रति उनका नजरिया का अंदाजा लगाया जा सकता है।
जिस बगीचे से ग्रामीणों का आना जाना है उस रास्ते को भी बंद करने का लगातार प्रयास हो रहा है बगीचे की कुछ जमीन ग्राम समाज की है और कुछ जमीन भूमि धरी की बताई जाती है ग्राम समाज की भूमि से अभी तक किसी भी विभाग के अधिकारी ने सड़क का निर्माण करा कर ग्रामीणों को आने जाने का रास्ता नहीं उपलब्ध कराया है जिससे योगी सरकार के डिजिटल इंडिया की धज्जियां उड़ती दिख रही हैं बीते 4 वर्षों से लगातार ग्रामीण सांसद विधायक सहित उप जिलाधिकारी मंझनपुर जिला अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी सहित विभिन्न अधिकारियों को दर्जनों प्रार्थना पत्र देकर सड़क निर्माण कराने की मांग कर चुके हैं लेकिन ग्रामीणों का प्रार्थना पत्र जांच के नाम पर रद्दी में डाल दिया जाता है जिससे सड़क नहीं बन सकी है अधिकारी विधायक और नेताओं से सड़क बनवाने की मांग को लेकर मिलने वालों में अंकुर तिवारी पंकज कुमार अनिल कुमार पांडे देव कुमार तिवारी अनिल तिवारी रजनीश तिवारी महेश तिवारी प्रदीप कुमार तिवारी सुनील पांडेय सुशील पांडे सहित दर्जनों लोग शामिल हैं।