प्रेमी के साथ रंगरेलियां मनाने चली गई बालिका, उधर निर्दोष युवक को हवालात में डालकर चार दिनों तक यातनाएं देती रही पुलिस
प्रेमी के साथ रंगरेलियां मनाने गई बालिका के बरामद होने के बाद निर्दोष युवक को पिपरी पुलिस ने छोड़ा
कौशाम्बी: योगी सरकार की पुलिस की जुल्म ज्यादती प्रताड़ना अत्याचार एक बार फिर ब्रिटिश हुकूमत की याद ताजा कराती है। बेकसूर युवक को पिपरी पुलिस 21 मई को दोपहर 11:00 बजे घर से पीटते हुए बलपूर्वक थाने उठा लाई और हवालात में डाल कर उस पर लाठियां बरसा कर अत्याचार की सारी हदें पार कर दी। हवालात में बंद युवक पर सुबह और देर रात पुलिस लाठियां बरसा कर जुर्म कबूल करने का दबाव बनाती रही। चार दिनों तक लगातार पुलिस ने युवक पर लाठियां बरसाई उसे तरह-तरह से पुलिस ने यातनाएं दी लेकिन निर्दोष युवक से पुलिस जुल्म नही कबूल करवा सकी। इसी बीच प्रेमी के साथ रंगरेलियां मनाने के लिए भागी बालिका रहस्य मय तरीके से बरामद हो गई।
बालिका के बरामद होने के बाद पुलिस के चेहरे से बेनकाब का पर्दा उतर गया और मजबूर पुलिस को बेगुनाह युवक को छोड़ना पड़ा अब सवाल उठता है कि जबरदस्ती गुनाह कबूल करवाने के लिए निर्दोष युवक को यातनाएं देकर लाठियां बरसाने वाली पिपरी पुलिस के जुल्म ज्यादती पर आला अधिकारी मामले को संज्ञान लेकर थानेदार पर मुकदमा दर्ज करवा कर यातनाएं देने वाली पुलिस को जेल भेजेंगे या फिर योगीराज में इसी तरह पुलिस का अत्याचार चलता रहेगा।
जानकारी के अनुसार पिपरी थाना क्षेत्र के मीरपुर गांव निवासी राजेन्द्र प्रजापति की बेटी 20 मई को अपने प्रेमी के साथ गुलछर्रे उड़ाने भाग गई थी जिस पर पूरामुफ्ती थाना क्षेत्र के हरीरामपुर गांव निवासी दीपू उम्र 16 वर्ष पुत्र धूनी कोरी को पिपरी पुलिस घर से बलपूर्वक पीटते हुए पकड़ कर हवालात में डाल दिया। बालिका के परिजनों के द्वारा खोजबीन करने पर पता चला कि बालिका अपने आशिक के साथ गुलछर्रे उड़ाने मुंबई पहुंच गई है।
सगे संबंधियों के माध्यम से युवती को मुंबई से वापस गांव लाया गया तब जाकर निर्दोष युवक पिपरी पुलिस की यातनाओं से मुक्त हो सका। परिजनों की मौजूदगी में चार दिन बाद बालिका मुंबई से कैसे वापस लौटी बालिका का प्रेमी कौन है वह किसके साथ गुलछर्रे उड़ाने भाग कर गई थी यह सब रहस्य बनकर रह गया। पुलिस की यातना से पीड़ित युवक और उसके परिजन इस रहस्य का खुलासा चाहते हैं। लेकिन क्या योगीराज में पुलिस के अत्याचार का खुलासा होगा.