योगीराज में न्याय को तरस रहे भाजपा नेता : असलहों से लैस अराजक तत्वों ने आधी रात को भाजपा नेता के घर जमकर की फायरिंग
भाजपा नेता के घर आधी रात को अराजक तत्वों की फायरिंग से दहला काजू गांव दो लहूलुहान दरवाजा तोड़ने का भी हुआ भरसक प्रयास
कौशाम्बी सुशासन की बात करने वाली योगी सरकार में भी अराजक तत्वों के हौसले बुलंद हैं और जब मर्जी हुई अराजकतत्व हमला कर देते हैं पुलिस तमाशबीन बनकर रह जाती है बीती रात एक वरिष्ठ भाजपा नेता के घर 70 से अधिक सशस्त्र असलहा धारी अराजक तत्वों ने धावा बोल दिया भाजपा नेता के घर चढ़कर अराजक तत्वों ने दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया संबर डालकर दरवाजा तोड़ने का प्रयास हुआ उनके चबूतरे में चढ़कर दरवाजों में कई राउंड फायरिंग किया गया जिससे भाजपा नेता के घर के दरवाजे में कई छेद हो गए सशस्त्र अराजकतत्वो ने आधी रात को भाजपा नेता के घर जमकर नंगा नाच किया इसी बीच अराजक तत्वो के बीच के दो लोग गोली का निशाना बन गए जिससे दो लोग घायल हो गए दो लोगों के घायल होते अराजकतत्व मौके से भाग खड़े हुए इसी बीच सूचना पाकर मौके पर पुलिस पहुंची और अराजक तत्वों की गिरफ्तारी के बजाय भाजपा नेता उनके भाइयों को पुलिस ने गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया पुलिस के पहुंचते ही अराजक तत्वों के कुछ साथी फिर भाजपा नेता के घर घुस गए महिलाओं से मारपीट किया घर में जमकर आधी रात को लूटपाट भी किया और आधी रात में ही अराजक तत्वों की तहरीर पर भाजपा नेता और उनके भाइयों पर प्राणघातक हमला का मुकदमा पुलिस ने दर्ज कर लिया है घटना चरवा थाना क्षेत्र के काजू गांव की है थाना पुलिस की मनमानी कार्यवाही से अराजक तत्वों के हौसले और बुलंद हैं और आगे किसी बड़ी अनहोनी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता इस गोलीकांड में घायल दो लोगों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां से चिकित्सकों ने उन्हें इलाहाबाद रेफर कर दिया है अराजक तत्वों के आतंक अत्याचार से त्रस्त वरिष्ठ भाजपा नेता के परिजन घर छोड़कर फरार हो गए हैं पुलिसिया कार्यवाही की चहुंओर निंदा हो रही है
घटनाक्रम के मुताबिक चरवा थाना क्षेत्र के काजू गांव के रहने वाले उमेश केसरवानी भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल है बीते चार दशक से वह भाजपा के विभिन्न पदों पर रह चुके हैं भाजपा नेता उमेश केसरवानी के पिता मानिक चन्द्र ने सहायक कलेक्टर चायल की नीलामी 22 10 1990 को एक सरकारी भूमि आराजी संख्या 470 खरीदी थी जिस पर तत्कालीन सहायक कलेक्टर आईएएस जीवेश नंदन ने उन्हें काबिज कराया था इसी भूमि के एक हिस्से में उनके भाइयों ने घर बना रखा है अन्य हिस्सो पर भाजपा नेता उमेश केसरवानी निर्माण कर रहे थे जिस पर यह पूर्व से काबिज है कृषि भूमि पर इन्होंने पशु बड़ा बना रखा है इनकी भूमि के पीछे सरकारी तालाब बंजर भूमि है जिस पर गांव के अराजक तत्व जबरिया कब्जा कर गेस्ट हाउस का निर्माण कर रहे हैं और तहसील से लेकर जिला प्रशासन अराजक तत्वों के तालाब पर कब्जे को तमाशबीन बनकर देख रहा है गेस्ट हाउस के लिए भाजपा नेता की जमीन से अराजक तत्व रास्ता चाहते हैं भाजपा नेता ने अपनी भूमिधरी भूमि से रास्ता देने से इंकार कर दिया यही से विवाद शुरू हो गया पूर्व मे उप जिला अधिकारी चायल द्वारा नीलाम कर उमेश केशवानी के पिता के हाथ बेची गई जमीन पर पहले तो उपजिलाधिकारी चायल इन्हें निर्माण करने की छूट दे दी फिर उसी जमीन पर उप जिलाधिकारी चायल ने स्टे दे दिया अब सवाल उठता है कि एसडीएम चायल से नीलामी में खरीदी गई जमीन पर किस आधार पर वर्तमान एसडीएम ने इस पर स्टे दे दिया है एसडीएम से स्टे मिलने के बाद भाजपा नेता ने निर्माण को रोक दिया निर्माण रोक दिए जाने के बाद हौसला बंद अराजक तत्वों ने आधी रात को सशस्त्र असलहों से लैस होकर भाजपा नेता के घर पर चढ़ाई कर दी अराजक तत्वों की संख्या 70 के आसपास बताई जाती है.
अराजक तत्वों ने आधी रात को घंटों भाजपा नेता के घर पर फायरिंग की निर्माणाधीन भवन की दीवारें तोड़ दी गई है लेकिन इसी बीच अराजक तत्वों के बीच के दो लोग दिवाकर दुबे पुत्र धर्म नारायण दुबे मोहित दुबे पुत्र अवधेश दुबे गोली के शिकार हो गए दोनों लहूलुहान होकर गिर पड़े घायल अवस्था में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
अब सवाल उठता है कि भयभीत भाजपा नेता का घर पूरी तरह से बंद था वह जान बचा कर दुबके थे सशस्त्र अराजक तत्वों ने उनके घर को पूरी तरह से घेर रखा था और लगातार फायरिंग हो रही थी आक्रोशित अराजक तत्व उनके प्राण लेना चाहते थे अंदर से गोली चलने के कोई निशान भी मौके पर नहीं है अराजक तत्वों के बीच के दो लोग कैसे गोली से घायल हुए हैं कहीं अराजक तत्वों द्वारा लगातार की जा रही फायरिंग से तो दो लोग नहीं घायल हुए हैं इस दिशा में जांच करने के बजाए जिस भाजपा नेता के घर अराजक तत्वों ने आधी रात को हमला जमकर फायरिंग की थी पीड़ित भाजपा नेता और उनके भाइयों को ही चरवा पुलिस ने आधी रात को गिरफ्तार कर हवालात में डाल दिया और अराजक तत्वों की तहरीर पर चरवा पुलिस ने भाजपा नेता और उनके भाइयों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है.
पूर्व आईएएस का आदेश नहीं मानते एसडीएम थानेदार
कौशांबी चरवा थाना क्षेत्र के काजू गांव में शनिवार की रात सशस्त्र अराजक तत्वों के हमले के पीछे उप जिला अधिकारी और थानेदार की भी ढुलमुल रवैया सामने आई है उप जिलाधिकारी और थानेदार ने पूर्व आईएएस के आदेश का ईमानदारी से पालन कराया होता तो अराजक तत्वों के हौसले इतने बुलंद ना होते बड़ी घटना होने से रुक जाती लेकिन पूर्व आईएएस के आदेश का पालन तहसील थाना पुलिस नहीं करा सकी जिसके चलते अराजक तत्वों ने भाजपा नेता के घर आधी रात को हमला कर दिया
सामांतरण थानेदार बना थाना प्रभारी
कौशांबी चरवा थाने की कमान भले ही संत शरण सिंह को मिली हो लेकिन सच्चाई यह है कि चरवा थाने को बीते 15 वर्षों से मंदिर का एक पुजारी चला रहा है थानेदार का स्थानांतरण तो आला अधिकारी कर देते हैं लेकिन मंदिर के पुजारी के थाना चलाने के मामले में स्थानांतरण कौन करेगा थाने में थानेदार का आदेश का पालन भले ही ना हो लेकिन इस पुजारी के आदेश का पालन करने में हिला हवाली करने की जुर्रत किसी की नहीं होती है और भाजपा नेता की जमीन कब्जा करना उनके घर में आधी रात को हमला कर फायरिंग करने के इस मामले में पुजारी की भूमिका अहम है लेकिन क्या आला अधिकारी समानतारण थानेदार बन चुके पुजारी की भूमिका को संज्ञान लेंगे
योगीराज में न्याय को तरस रहे भाजपा नेता
कौशांबी सूबे में योगी की सरकार है और आम जनता को सुशासन देने की बात करने वाली योगी सरकार में भाजपा नेता ही न्याय के लिए तरस रहे हैं योगी सरकार की पुलिसिया व्यवस्था में आए दिन भाजपा नेता प्रताड़ित किए जा रहे हैं काजू गांव के भाजपा नेता उमेश केसरवानी के साथ अराजक तत्वों और पुलिसिया उत्पीड़न का उदाहरण योगी सरकार की बदतर कानून व्यवस्था के लिए पर्याप्त है उमेश केशरवानी की गिरफ्तारी के बाद जिले के वरिष्ठ भाजपा भाजपा जनों को जैसे सांप सूंघ गया और छोटे-छोटे मामले में थानों में डेरा जमाने वाले धरना प्रदर्शन कर वाहवाही लूटने वाले भाजपा नेता पूरे दिन भूमिगत दिखाई पड़े हैं उमेश केसरवानी की गिरफ्तारी में किसी वरिष्ठ भाजपाई की साजिश की बू आ रही है
तालाब में गेस्ट हाउस बनाने के मामले में क्यों चुप है जिम्मेदार
कौशांबी चायल तहसील क्षेत्र के चरवा थाना अंतर्गत काजू गांव में सरकार से नीलामी में खरीदी गई आराजी भूमि संख्या 470 के मामले में बार-बार आदेश पलटने वाले तहसील प्रशासन सरकारी तालाब में अराजक तत्वों के बनाए जा रहे गेस्ट हाउस के मामले में क्यों चुप बैठा है तालाबी नंबर में गेस्ट हाउस बनाए जाने के मामले को लेकर राजस्व कर्मियी की भूमिका सवालों के घेरे में है और इन राजस्व कर्मियों की भूमिका पर भी आला अधिकारी ने गंभीरता नहीं दिखाई तो बड़ा खून खराबा से इनकार नहीं किया जा सकता
सुशील केसरवानी