गंगा में किशोरके डूबने से फिर एक मां की गोद हुई सूनी
एकलौते चिराग के डूबने से रो-रोकर हुआ मां का बुरा हाल, गोताखोरों की सहायता से मिला शव
कौशाम्बी कड़ा धाम कोतवाली के कड़ा कालेश्वर गंगा घाट पर एक बार फिर स्नान कर रहे दो बालकों में से एक 14 वर्षीय बालक गंगा के गहरे जल में समा गया, जिसके कारण उसकी मृत्यु हो गई, जानकारों के अनुसार सुबह तकरीबन 9:30 बजे घर में बिना किसी पूर्व सूचना के एक 10 वर्षीय तथा दूसरा 14 वर्षीय बालक स्नान करने के लिए कालेश्वर घाट पहुंच गए जहां पर नहाते वक्त 14 वर्षीय बालक आयुष पुत्र सुरेन्द्र कुमार का अचानक पैर फिसल गया,जिसके कारण वह नदी में डूबने लगा.
इस पर दूसरे बालक ने शोर मचाना शुरू किया इससे पहले कि लोगों को इसकी जानकारी हो पाती 14 वर्षीय बालक गंगा के गहरे जल में समा गया परिजनों को सूचना प्राप्त होने पर वे घाट पर पहुंचे तथा चीख-पुकार मचने लगी सूचना पाकर कोतवाली कड़ाधाम पुलिस घाट पर पहुंचे तथा गोताखोरों की सहायता के लगभग तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद लाश को गंगा नदी से बाहर निकाला.
गौरतलब है कि मृतक की मां सरोज देवी अपने पुत्र के साथ सैनी में रहती है,जीविकोपार्जन के लिए वह सैनी चौराहे पर चाय और पान की दुकान चलाती है, लॉकडाउन होने के कारण अपने पैतृक गांव आई हुई थी इकलौते चिराग के बुझ जाने से सरोज देवी के उम्मीदों का दीया बुझ गया,क्योंकि यही पुत्र उसका सहारा था.
लगभग 10 दिन पहले इसी तरह के एक हादसे में तीन युवक को अपनी जान गंवानी पड़ी थी लगातार हो रही दुर्घटनाओं से देखते हुए स्थानीय प्रशासन अभी भी कोई सबक लेता हुआ नजर नहीं आ रहा है क्योंकि इतने हादसों के बाद भी गहरे जल का कोई संकेतांक कड़ा धाम के मुख्य घाटों पर प्रदर्शित नहीं किया गया जिसके कारण लोगों को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ रहा है।