चार दिन से आमरण अनशन पर बैठे पुजारी की बिगड़ी तबीयत, मोदी सरकार में हिंदू आस्था से खिलवाड़ कर रहे हैं एनएचआई के अधिकारी
मंदिर की सुरक्षा का दावा करने वाली मोदी योगी सरकार के अधिकारी मंदिर की दुर्दशा कर हिंदुओं की आस्था से लगे है खिलवाड़ करने
कौशाम्बी राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण के चलते प्राचीन हनुमान मंदिर को दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जा रहा है हिंदू धर्म की आस्था से खिलवाड़ को लेकर पुजारी ने पूर्व में आंदोलन किया था लेकिन फिर भी एनएचआई के तुर्रम खान अधिकारी मंदिर को हटाने में लगे हैं और उनके द्वारा दूसरे स्थान पर छोटा सा मंदिर बनवाया जा रहा है मंदिर की सुरक्षा का दावा करने वाली मोदी योगी सरकार के अधिकारी मंदिर की दुर्दशा कर हिंदुओं की आस्था से खिलवाड़ करने में लगे हैं जिससे आक्रोश पनप रहा है।
हिंदू धर्म की आस्था और मंदिर हटाए जाने की जिद पर अड़े एनएचआई के अधिकारियों के तुगलकी फरमान से आक्रोशित पुजारी ने चार दिनों पहले अन्न जल त्याग कर आमरण अनशन शुरू कर दिया है 4 दिन से अन्न जल त्याग करने वाले पुजारी की हालत दिनोंदिन बिगड़ती जा रही लेकिन अधिकारी उसकी सुधि लेने को तैयार नहीं है तुगलकी फरमान देने वाले अधिकारी पुजारी के सामने झुकने में अपनी बेइज्जती महसूस कर रहे हैं और पुजारी भी अपनी जिद पर अड़े हैं कि वह आस्था और धर्म से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे बल्कि अपने प्राण त्याग देंग
पुजारी का कहना है कि छोटे स्थान पर मानक विहीन मंदिर का निर्माण एनएचआई के अधिकारी कर रहे हैं इसके विरोध में मंदिर के पुजारी ने 4 दिनों पहले आमरण अनशन शुरू कर दिया है सोमवार को मंदिर के पुजारी की तबीयत खराब होने लगी है लेकिन मंदिर के पुजारी आमरण अनशन तोड़ने को तैयार कतई नहीं है कोखराज थाना क्षेत्र के कशिया पश्चिम गांव के पूर्व दिशा में 300 वर्ष पुराना आस्था का प्रतीक हनुमान जी का सिद्धपीठ मंदिर स्थापित है आस्था के प्रतीक इस हनुमान मंदिर में प्रत्येक वर्ष लाखों भक्त पूजा अर्चन प्रभु का दर्शन करने पहुंचते हैं।
बताया जाता है कि इस मंदिर के नीचे कई संत साधुओं की समाधि स्थल है और मंदिर के नीचे बड़ा खजाना भी दबा हुआ है एनएचआई द्वारा एनएच 2 को सिक्स लेन चौड़ीकरण किया जा रहा है जिसके किनारे कशिया पश्चिम में स्थित हनुमान जी के अति प्राचीन मंदिर को स्थानांतरित किया जा रहा है मंदिर हटाने के दौरान बनाए जा रहे नए भवन में कार्यदाई संस्था द्वारा घटिया निर्माण किया जा रहा है घटिया सामग्री एवं मुआवजा काफी कम होने से दुखी एवं नाराज होकर पुजारी प्रवीण पांडेय ने ग्रामीणों के साथ विगत 4 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हैं 4 दिनों से अन्न जल छोड़कर आमरण अनशन में बैठे पुजारी की तबीयत सोमवार को अचानक खराब होने लगी है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश फैल रहा हैं।