जानिए मुख्तार अंसारी के शूटर के तौर पहचान रखने वाले झुन्ना पंडित के बारे में
झुन्ना अपना खुद का भी गिरोह चलाता है, लेकिन वह मुख्तार गैंग के लिए भी शूटर के तौर पर काम करता है।
मऊ सदर विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई तो झुन्ना की पड़ताल भी शुरू हुई। वाराणसी एसपी सिटी ने बताया कि पड़ताल में सामने आया कि पिछले साल बनारस से भागकर झुन्ना दिल्ली होते हुए पंजाब गया था और मुख्तार गिरोह के बदमाशों के संपर्क में था।
झुन्ना अपना खुद का भी गिरोह चलाता है, लेकिन वह मुख्तार गैंग के लिए भी शूटर के तौर पर काम करता है। झुन्ना के करीबी हनी, सिज्जन यादव, सुजीत सिंह बेलवा जैसे अन्य कुख्यात बदमाशों के खिलाफ भी आगामी दिनों में इसी तरह की प्रभावी कार्रवाई की जाएगी।
मां और भाभी बोली, पुलिस ने नहीं दी थी सूचना
हाशिमपुर स्थित झुन्ना के घर को पुलिस सील करने गई तो उसकी मां ऊषा देवी और भाभी जानकी देवी एकबारगी अड़ गईं। दोनों का कहना था कि पुलिस ने संपत्ति जब्त करने की कोई सूचना नहीं दी थी। पुलिस ने सख्ती दिखाई तो दोनों महिलाएं बच्चों के साथ सामान समेट कर बाहर निकल आईं।
दोनों ने बताया कि उनका मूल निवास स्थान चंदौली जिले के बलुआ थाना के साकिन झोरी गांव में हैं। दोनों बच्चों के साथ वहीं जाएंगी। वहीं, इस दौरान मौके पर तमाशबीनों जुट गए। उधर, पुलिस का कहना था कि संपत्ति जब्त करने के पहले सूचना दी गई थी।
2011 में किया था पहला मर्डर
पुलिस डोजियर के अनुसार झुन्ना के खिलाफ हत्या के आरोप में पहला मुकदमा 2011 में सारनाथ थाने में दर्ज किया गया था। वहीं, झुन्ना के आपराधिक इतिहास की बात करें तो उसके खिलाफ सबसे पहला मुकदमा लूट के आरोप में 2007 में कैंट थाने में दर्ज किया गया था। पुलिस के अनुसार झुन्ना कैंट, लालपुर-पांडेयपुर, शिवपुर, चोलापुर और सारनाथ थाना क्षेत्र में जमीन विवादों की पंचायत कराने के साथ ही खरीद-बिक्री करने वालों से जबरन वसूली के लिए कुख्यात है।