लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में एक और गवाह पर हमला, मिली जान की धमकी
लखीमपुर खीरी में किसानों (Farmers) पर वाहन चढ़ाकर मारने के मामले में एक और गवाह पर हमला हुआ है।
लखीमपुर खीरी में किसानों (Farmers) पर वाहन चढ़ाकर मारने के मामले में एक और गवाह पर हमला हुआ है। पंजाब (Punjab) और हरियाणा (Haryana) हाईकोर्ट (High Court) के वकील रमन ढाका (Raman Dhaka) ने अपने ट्विटर हैंडल (Twitter Handle) पर एक पोस्ट करते हुए लखीमपुर मामले के गवाह हरदीप सिंह (Hardeep Singh) की फोटो डाली है, जिसमें वो जख्मी नजर आ रहा है। रमन ढाका मुताबिक बिलासपुर (Bilaspur) के रहने वाले हरदीप पर हमला करने वाले लोग भारतीय जनता पार्टी (BJP) के कार्यकर्ता हैं।
ढाका ने ट्वीट करते हुए कहा है कि लखीमपुर किसान नरसंहार मामले के एक और गवाह हरदीप सिंह पर भाजपा के कुछ कार्यकर्ताओं ने हमला किया है और गवाही देने पर जान से मारने की धमकी भी दी है। रमन ने एक लेटर की फोटो भी पोस्ट की है, जिसमें हरदीप ने बिलासपुर कोतवाल से अपनी जान की रक्षा और उस पर हुए हमले के मामले में कार्रवाई करने की गुहार लगायी है। इस पत्र के अनुसार हरदीप सिंह ने यह बात स्वीकार की है कि लखीमपुर खीरी घटना के दौरान वह घटनास्थल पर ही मौजूद था।
हरदीप सिंह ने बताया है कि जिस गाड़ी से किसानों को कुचल कर मारा गया था, उसकी चपेट में आकर हरदीप सिंह भी जख्मी हो गया था। उसे भी चोटें लगी थीं। पत्र के अनुसार, हरदीप ने कुछ लोगों का बकायदा नाम लिखते हुए उन्हें इस मामले में आरोपितों का समर्थक बताया है। साथ ही उसने यह भी कहा कि इन्हीं लोगों ने बिलासपुर से नवाबगंज के रास्ते पर हरदीप को रोक कर उस पर हमला किया और धमकी दी कि अगर अजय मिश्रा के खिलाफ केस मे गवाही दी तो जान से मार देंगे। हरदीप सिंह ने यह भी बताया है कि उनपर हमला करने वालों में से एक व्यक्ति ने अपनी लाइसेंसी पिस्तोल से उसपर इतनी जोर से हमला किया है कि मेरी आंखें गंभीर रूप से जख्मी होते-होते बची है।
ट्विटर पर इस पोस्ट के डाले जाने के बाद प्रवीण पंघाल और प्राण पेशीन नाम के दो सोशल मीडिया यूजर ने लिखा है कि इस मामले की जांच होनी चाहिए उन्होंने यह भी लिखा है जिसने भी यह कृत्य किया है उसे सलाखों के पीछे होना चाहिए। किसी भी गवाह को ऐसे डराया-धमकाया नहीं जाना कतई सही नहीं है। आप को बता दें कि लखीमपुर खीरी मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा आरोपित बनाए गए हैं। उन पर किसान आंदोलन के दौरान निकली रैली में मौजूद किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप है।