लखीमपुर मामले में सरकार को अविलंब कार्यवाही कर राजनीति में नैतिकता, शुचिता बनाए रखने का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए
यह इतना विभत्स और अमानवीय कृत्य है कि इस विडियो को साझा करना भी मन को विचलित करता है। राजनीतिक जिंदाबाद में लगा वह वर्ग शायद अब आंखें खोलेगा जो किसानों को विभिन्न तरह की अमर्यादित, अनर्गल टिप्पणियों के द्वारा गैरजिम्मेदार बताने की कवायद में दिन-रात जुटा रहता है
लखीमपुर: लखीमपुर-खीरी में घटी दर्दनाक घटना से सम्बंधित वायरल हुए एक विडियो ने तमाम दावों की धज्जियां उडा कर रख दी है। पैदल चल रहे किसानों को पीछे से एक कार, जीप ने जिस तरह से अपने आगोश में लिया है, वह यह दर्शाता है कि यह कृत्य अनजाने में नहीं बल्कि जानबूझकर किया गया है।
यह इतना विभत्स और अमानवीय कृत्य है कि इस विडियो को साझा करना भी मन को विचलित करता है। राजनीतिक जिंदाबाद में लगा वह वर्ग शायद अब आंखें खोलेगा जो किसानों को विभिन्न तरह की अमर्यादित, अनर्गल टिप्पणियों के द्वारा गैरजिम्मेदार बताने की कवायद में दिन-रात जुटा रहता है।
उम्मीद है, प्रधानमंत्री जी भी अब संवैधानिक मर्यादाओं को अक्षुण्ण रखने की दिशा में केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री का इस्तीफा लेकर प्रदेश सरकार को आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने के लिए प्रेरित करेंगे। ऐसे लोगों का बीजेपी में रहना भी राजनीतिक संस्कृति के दृष्टिकोण से सर्वथा अनुचित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा को आरोपित व्यक्तियों के खिलाफ अविलंब कार्यवाही कर राजनीति में नैतिकता, शुचिता बनाए रखने का उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए।
- प्रशान्त कौशिक