यूपी में बनने जा रहा सबसे लंबा एक्सप्रेसवे, जानिए कितनी होगी इसकी लेन और कैसी होगी कनेक्टिविटी
यूपी में विकास कार्यों को देखते हुए योगी सरकार सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बनाने जा रही है। जिसका नाम गोरखपुर- शामली एक्सप्रेसवे होगा। जिसमें टोटल 6 लेन होंगे।
उत्तर प्रदेश में कनेक्टिविटी को एक्सप्रेस रफ्तार देकर विकास की गति को बढ़ाने की योजना पर लगातार काम चल रहा है। प्रदेश में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना पर काम चल रहा है। योगी आदित्यनाथ सरकार में एक्सप्रेसवे निर्माण को लगातार रफ्तार दी जा रही है। प्रदेश में अब लंबे एक्सप्रेसवे के निर्माण पर काम हो रहा है। रिकॉर्ड समय में इसे पूरा करने के दावे भी किए जा रहे हैं। दरअसल, यूपी में अभी सबसे लंबा एक्सप्रेसवे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे है। गंगा एक्सप्रेसवे इससे लंबाई में अधिक होने वाला है।
गोरखपुर- शामली एक्सप्रेसवे होगा सबसे लंबा
यूपी का सबसे लंबा एक्सप्रसेवे गोरखपुर- शामली एक्सप्रेसवे होगा। गोरखपुर शामली ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण 35 हजार करोड़ की लागत से किया जाएगा। गोरखपुर-शामली ग्रीनफील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर एक्सप्रेसवे की योजना पर अब काम शुरू होने वाला है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले यूपी के सबसे लंबे एक्सप्रेसवे की आधारशिला रखी जा सकती है। 700 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे का रूट मैप भी तैयार कर लिया गया है। पिछले दिनों केंद्रीय पथ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने इस एक्सप्रेसवे के निर्माण को मंजूरी दिए जाने की बात कही है। गोरखपुर- शामली एक्सप्रेसवे राज्य के 22 जिलों और 37 तहसीलों से होकर गुजरेगा। नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया एक्सप्रेसवे का निर्माण कराएगा। एनएचएआई की ओर से इस योजना को अपने स्तर पर जमीन पर उतारने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
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छह लेन का होगा एक्सप्रेसवे
700 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे छह लेन का होगा। गोरखपुर-शामली कॉरिडोर यूपी का तीसरा सबसे बड़ा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा। एक्सप्रेसवे भारत- नेपाल सीमा के पास से होकर गुजरेगा। भारत-नेपाल सीमा के आसपास के इलाकों में सड़क कनेक्टिविटी बढ़ाने से यहां तक आसानी और तेजी से पहुंच संभव हो सकेगी। सुदूर इलााकों को प्रदेश और देश के विभिन्न इलाकों से कनेक्ट करने में यह एक्सप्रेसवे सहायक होगा। इससे चीन तक की गतिविधियों को भी कंट्रोल किया जा सकेगा।
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