प्रियंका के इस कारनामे से बुआ बबुआ की नीद गायब
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर प्रदेश के कांग्रेस दफ्तर में दो मिनट का मौन रखा गया.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं हो सकी. पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा यह समय राजनीतिक चर्चा के लिए अनुचित है. जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर प्रदेश के कांग्रेस दफ्तर में दो मिनट का मौन रखा गया.
जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि, "गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के आतंकवादी हमले में शहीद 30 जवानों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं, दुख प्रकट करती हूं. उनके परिवारों की वेदना मैं अच्छी तरह समझती हूं. मैं जानती हूं इस शोक की घड़ी में सांत्वना के शब्द पर्याप्त नहीं होते, फिर भी शहीद परिवार के पीछे न केवल कांग्रेस बल्कि पूरा देश खड़ा है. जम्मू-कश्मीर में आए दिन हमारे जवान शहीद हो रहे हैं, जो गहरी चिंता का विषय है. मैं सरकार से मांग करती हूं कि इन घटनाओं को रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं.
इससे पहले, प्रियंका गांधी ने सपा-बसपा गठबंधन से समझौता करने के विषय पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि सपा और बसपा से यूपी में गठबंधन की बात भूल जाइए, अब सिर्फ छोटे दलों से समझौता किया जाएगा. उन्होंने अपने बारे में कहा कि 2019 में यूपी में चमत्कार की उम्मीद नहीं है लेकिन 2022 में बाजी पलटनी है.
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वे ऐसे हर संभव काम करें जिससे 2019 में मोदी सरकार को हटाया जा सके. आजमगढ़, मऊ और बलिया सहित पूर्वांचल की कई लोकसभा सीटों के बारे में प्रियंका ने चर्चा की. अभी अन्य सीटों पर वह चर्चा कर रही हैं.
बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने IED से हमला किया. जानकारी के मुताबिक, इस हमले में अब तक कम से कम 42 जवान शहीद हो चुके हैं. पुरे देश में इस घटना को लेकर रोष है.